मुरादाबाद में जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर स्थित बहेड़ी ब्राहम्णान गांव में गम और सन्नाटा पसरा है। शिक्षक सर्वेश सिंह के घर से रह रहकर रोने की आवाजें आती हैं। उन्होंने SIR के प्रेशर में फंदा लगाकर जान दे दे थी। रविवार को घर के अंदर उसका शव फंदे से लटकता मिला था। मौके से सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने अपनी मौत की वजह बताई थी। उसमें लिखा था- मां मेरी मासूम बच्चियों का ख्याल रखना, वो बहुत छोटी हैं। पोस्टमार्टम के बाद रात में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मौत की खबर मिलने के बाद से घर में रिश्तेदार जुटे हैं। वे सर्वेश सिंह की पत्नी को सांत्वना दे रहे हैं। पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही है। बड़ी बेटी कनिष्का (10 साल) को तो एहसास है कि उसके पिता अब कभी लौटकर नहीं आएंगे। लेकिन छोटी बेटियां माही(7 साल),रुही (5 साल)और नैंसी(डेढ़ साल) बार-बार मां से सवाल करती हैं..पापा कहां गए हैं..वो कब लौटकर आएंगे। सबसे पहले घटना के बारे में जानिए… सर्वेश सिंह भगतपुर टांडा थाना क्षेत्र के गांव जाहिदपुर सिकंदरपुर कंपोजिट स्कूल में सहायक अध्यापक थे। 7 अक्टूबर को उन्हें BLO बनाया गया था। बहेड़ी गांव में सर्वेश का पांच कमरों का दो मंजिला मकान है। यहां वो अपनी पत्नी बबली, चार बेटियों कनिष्का, माही, रूही और नैन्सी के साथ रहते थे। शिक्षक सर्वेश का भाई प्रमोद भी इसी मकान में रहता है। शनिवार रात में सर्वेश खाना खाकर परिवार के साथ ही सोए थे। तड़के चार बजे जब बबली की आंख खुली तो उसने देखा कि पति सर्वेश बेडरूम में नहीं हैं। बबली ने घर में देखा तो पशुओं के लिए चारा स्टोर करने वाले कमरे में सर्वेश की लाश रस्सी के सहारे फंदे से लटकी थी। नीचे टेबल रखी थी। इसी पर सुसाइड नोट भी रखा था। अब टीचर का सुसाइड नोट हूबहू पढ़िए- सेवा में,
श्रीमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
जिला निर्वाचन अधिकारी महोदय
विषय- SIR गणना पत्रक का टारगेट पूर्ण न होने के संबंध में। महोदय,
प्रार्थी सर्वेश सिंह सहायक अध्यापक कंपोजिट विद्यालय जाहिदपुर, भगतपुर टांडा में कार्यरत है। प्रार्थी पहली बार 7 अक्टूबर बूथ नंबर- 406 पर BLO नियुक्त किया गया। इसके बारे में मुझे पूर्ण ज्ञान न होने की वजह से समय रहते अपना टारगेट नहीं कर पा रहा हूं। दिनभर कड़ी मेहनत करने के बाद भी रात को में 2 या 3 घंटे भी नहीं सो पा रहा हूं। 4 छोटी बेटियां हैं। इनमें 2 की कई दिनों से तबीयत खराब है। बहुत परेशान हूं। मानसिक संतुलन खराब हो गया। आत्मघाती कदम उठाना पड़ रहा है। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी मेरी है। परिवार का कोई दोष नहीं। परिवार ने तो हौसला बढ़ाया। लेकिन, मैं हार गया हूं। मेरी 4 छोटी बेटियां का ख्याल रखना, बहुत मासूम हैं। ये लिखते समय बहुत पीड़ा महसूस कर रहा हूं। मेरी बेटियों व परिवार वालों को मेरी सेवा में जो राशि बनती है। मेरी पत्नी को मिलनी चाहिए, ताकि बेटियों का जीवन में सहारा बन सके। अधिकारी परिवार को ज्यादा परेशान न करें। मेरी तरफ से गुजारिश है। मेरे न होने के बाद उनका बहुत जीवन खराब हो सकता है। मुझे माफ कर देना। मेरे पति हेड मास्टर थे, BLO बना दिया सर्वेश सिंह की पत्नी बबली ने कहा- मेरे पति पर SIR को लेकर मानसिक दबाव था। रात को देर तक काम करने के बाद भी वो अपना काम खत्म नहीं कर पा रहे थे। वो स्कूल के हेड मास्टर थे। लेकिन उन्हें BLO बना दिया गया। सरकार को पहले SIR के काम की ट्रेनिंग तो देनी चाहिए थी। लेकिन नहीं, उन्होंने सब पर प्रेशर देना शुरू कर दिया। बेटियों से बेहद प्यार करते थे सर्वेश सर्वेश अपनी बेटियों से बेहद प्यार करते थे। उन्हें पढ़ा लिखाकर अच्छे पदों तक पहुंचाना शिक्षक सर्वेश का सपना था। इसके लिए वो अभी से बेटियों की शिक्षा के प्रति सजग थे। परिवार के लोग बताते हैं कि, सर्वेश चारों बेटियों को बेटों की तरह ही लाड़ प्यार से पाल रहे थे। मरने से पहले मां से कहा-मम्मी मेरी मासूम बेटियों का ख्याल रखना सुसाइड करने से पहले शिक्षक सर्वेश ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें उन्होंने रोते-रोते अपनी मां से कहा कि मेरी मासूम बेटियों का ख्याल रखना। वो बहुत ही मासूम हैं। मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं। लेकिन क्या करूं अब उनसे दूर दूसरी दुनिया में जा रहा हूं। बड़ी बेटी ने भी समझाया था, पापा टेंशन मत लो BLO के रूप में अच्छा कार्य करने के बाद भी सर्वेश सिंह ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पिछले कई दिनों से वो तनाव में थे। पूरा परिवार उन्हें समझाने की कोशिशों में जुटा था। यहां तक कि बड़ी बेटी कनिष्का ने भी कई पिता को समझाया था कि, पापा टेंशन मत लो, काम पूरा हो जाएगा। लेकिन जैसे-जैसे फार्म सबमिट करने की आखिरी तारीख करीब आ रही थी, वैसे-वैसे सर्वेश सिंह का कान्फिडेंस डगमगाता चला गया। रिश्तेदार के सुपरवाइजर बनने पर खुद बने थे BLO सर्वेश सिंह पर BLO का दायित्व थोपा भी नहीं गया था, बल्कि वो स्वेच्छा से बीएलओ बने थे। सर्वेश के सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह उनके रिश्तेदार लगते हैं। रिलेटिव के सुपरवाइजर बनने पर सर्वेश ने खुद यह काम करने की इच्छा व्यक्त की थी। अपने रिश्तेदार सुरेंद्र के सुपरविजन में ही सर्वेश काम कर रहे थे। सर्वेश का BLO के रूप में काम भी अच्छा था। वो करीब 67 प्रतिशत फार्मों का डिजिटलाइजेशन कर चुके थे। औसत की तुलना में यह काफी अच्छी परफार्मेंस थी। इसलिए उन्हें किसी प्रकार का नोटिस या वार्निंग भी नहीं मिली थी। रिलेटिव के ही सुपरवाइजर होने की वजह से उनके ऊपर सुपरवाइजर का प्रेशर भी नहीं था। फिर अचानक सर्वेश ने सुसाइड जैसा कदम क्यों उठाया? उन्हें शायद काउंसलिंग की जरूरत थी। वक्त रहते यदि सर्वेश को किसी अच्छे मनोचिकित्सक की काउंसलिंग मिली होती तो शायद सर्वेश को यह आत्मघाती कदम उठाने से रोका जा सकता था। सपा बोली-सदन में उठाएंगे BLO की मौत का मामला पूर्व मंत्री और कांठ सीट से सपा के विधायक कमाल अख्तर के नेतृत्व में सपा का एक प्रतिनिधि मंडल शिक्षक सर्वेश सिंह के परिवार से मिलने पहुंचा। सपा नेताओं ने पीड़ित परिवार के साथ खड़ा होने की बात कही। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जयवीर यादव ने कहा कि सपा इस मुद्दे को सदन में उठाएगी। मामला संसद तक गूंजेगा। उन्होंने कहा कि सरकार BLO का उत्पीड़न कर रही है। सपा नेताओं ने शिक्षक की पत्नी को सरकारी नौकरी और 5 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग भी की है। भूपेंद्र चौधरी बोले-हम पीड़ित परिवार के साथ सपा, कांग्रेस के हमलों के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि, बीएलओ सर्वेश सिंह की मौत असहज करने वाली घटना है। प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया? हम सभी पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। सांत्वना देने पहुंचे एडी बेसिक मुंह में कुछ चबाते रहे पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे एडी बेसिक बुद्ध प्रिय सिंह मुंह में चबाते रहे। उन्हें मुस्कराते हुए मुंह में कुछ चबाता देख शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की। जिसके कुछ देर बाद एडी बेसिक वहां से चले आए। ———————– ये भी पढ़ें बिजनौर में महिला BLO की हार्ट अटैक से मौत:स्वतंत्र देव बोले- SIR से अखिलेश की दुकान बंद हो जाएगी; श्रावस्ती में शिक्षकों की छुट्टी रद्द यूपी में SIR को लेकर हलचल तेज हो गई है। सियासी घमासान भी जारी है। स्पेशल इंटेसिव रिविजन को अखिलेश यादव ने भाजपा की साजिश और लोकतंत्र पर हमला बताया। इस पर योगी के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने पलटवार किया। कहा- बेतुकी बातों के लिए सपा मुखिया को शर्म आनी चाहिए। फर्जी वोट कटेंगे तो उनकी दुकान बंद हो जाएगी। पूरी खबर पढ़िए ————————– ये खबर भी पढ़िए… महिला के शव के आंख-कान खा गए चूहे, झांसी में मॉर्च्युरी में रखा था; बॉडी पर कॉकरोच चल रहे थे झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की मॉर्च्युरी में चूहे महिला की लाश के कान और आंख खा गए। शव पर कॉकरोच रेंग रहे थे। परिजन जब पोस्टमॉर्टम कराने के लिए डेडबॉडी लेने मॉर्च्युरी पहुंचे। तब वो लाश की हालत देखकर दंग रह गए। उन्होंने जमकर हंगामा किया और लापरवाही का आरोप लगाया। पढ़िए पूरी खबर…
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