बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में मंगलवार देर रात बवाल हो गया। राजाराम हॉस्टल के पास एक गाड़ी से बिड़ला हॉस्टल के छात्र को धक्का लग गया। मुंह बांधे गाड़ी सवार छात्रों ने बिड़ला हॉस्टल के छात्रों को घेरकर पीटा। इस घटना से नाराज छात्र चीफ प्राक्टर ऑफिस शिकायत लेकर पहुंचे। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से छात्रों की बहस हो गई। थोड़ी देर में सैकड़ों छात्र मौके पर जुट गए और वीसी आवास के बाहर विरोध करने लगे। इसी दौरान प्रॉक्टोरियल बोर्ड और स्टूडेंट्स आमने-सामने हो गए। छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया। छात्रों ने आरोप लगाया है कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने सुरक्षाकर्मियों से छात्रों को पिटवाया। पथराव का वीडियो सामने आया है। जिसमें छात्र पत्थरबाजी करते और सुरक्षाकर्मी उन्हें खदेड़ते नजर आ रहे हैं। विश्वविद्यालय हॉस्टल मार्ग को पूरी तरह से बंद किया गया है। छात्रों का कहना हैं कि हमारे 10 साथी घायल हुए हैं। 3 फोटो देखिए… गार्डों को चोट आई, 10 छात्र भी घायल
करीब दो घंटे तक कैंपस में तनाव की स्थिति बनी रही। 300 से ज्यादा छात्रों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के 100 सुरक्षाकर्मियों और पुलिस के 50 जवान दौड़ाते रहे, लेकिन पत्थरबाजी चलती रही। कई गार्डों के हाथ-पैर में गंभीर चोटें आईं। दूसरी ओर छात्रों ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मिर्याें ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिसके चलते 10 से ज्यादा छात्र घायल हो गए हैं। 5 थानों की फोर्स मौके पर मौजूद
बिड़ला हॉस्टल से लेकर रुइया हॉस्टल तक पत्थर ही पत्थर दिखाई दे रहे हैं। जिसकी दूरी लगभग 500 मीटर है। छात्रों ने बैरिकेडिंग भी तोड़ दी। एलडी गेस्ट हाउस के बाहर चौराहे पर लगे 20 से ज्यादा गमले तोड़ दिए गए। VC आवास के पास तमिल संगमम का लगा बैनर भी फाड़ दिया है। 5 थानों की पुलिस फोर्स और 4 गाड़ियों में PAC के जवान मौजूद रहे। छात्रों को पुलिस ने हॉस्टल तक खदेड़ा। चीफ प्रॉक्टर बोले- CCTV की जांच की जा रही
देर रात चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि CCTV की जांच की जा रही है। सबूत जुटाए जा रहे हैं। अभी किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। वहीं, एसीपी गौरव सिंह ने कहा- कुछ छात्रों में बहस हुई थी, जिसके बाद विरोध हुआ। छात्रों ने पत्थरबाजी भी की है। अब मौके पर शांति है। ——————– ये खबर भी पढ़ें… यूपी 112 के कॉन्स्टेबल ने फांसी लगाकर जान दी:आखिरी VIDEO में बोला- जब मैं मरूंगा तो हंसते हुए; जीते जी मैं रोया बहुत हूं कानपुर में मंगलवार को एक कॉन्स्टेबल ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह यूपी 112 में तैनात था। उम्र 30 साल थी। साथी पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़कर फंदे से शव उतारा। कॉन्स्टेबल अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ आवास में रहता था। 26 नवंबर को पत्नी बच्चों के साथ मायके गई थी। परिवार को सूचना दी गई है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अभी तक आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है। पढे़ं पूरी खबर…
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