हमीरपुर में ग्राम विकास अधिकारियों (सचिवों) का सांकेतिक धरना लगातार दसवें दिन भी जारी है। सचिव प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने-अपने ब्लॉक कार्यालयों में धरना दे रहे हैं। इसके बाद वे शासकीय कार्यों का निपटारा करते हैं। यह सांकेतिक धरना 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। धरने के दौरान सचिवों ने सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर सरकारी कार्य करने की घोषणा की है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा साइकिल से यात्रा के लिए मात्र 200 रुपये का भत्ता दिया जाता है। इसलिए, वे साइकिल, ई-रिक्शा या बस जैसे सार्वजनिक साधनों से ही यात्रा कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। सचिवों ने बताया कि यह आंदोलन ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली और बढ़ते गैर-विभागीय कार्यों के विरोध में पूरे प्रदेश के साथ-साथ हमीरपुर जिले में भी चलाया जा रहा है। उनका तर्क है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की गंभीर समस्या, संसाधनों की कमी, अत्यधिक कार्यभार, वेतन में असमानता और बढ़ती ऑडिट जटिलताओं के कारण पहले से ही कार्य प्रभावित हो रहा है। सचिवों का मानना है कि ऐसी परिस्थितियों में डिजिटल उपस्थिति प्रणाली लागू करने से फील्ड विजिट, योजनाओं की निगरानी और जनसेवा संबंधी कार्यों में और अधिक बाधाएं उत्पन्न होंगी। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिला मंत्री नितेश सिंह चंदेल ने जानकारी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो 15 दिसंबर को सभी सचिव अपनी-अपनी डोंगल एडीओ पंचायत के पास जमा करा देंगे। इसके बाद आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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