आगरा में थाना जगदीशपुरा क्षेत्र निवासी धर्मा रानी ने अपने पति के खिलाफ सिकंदरा थाने में 26 अक्टूबर को सेक्स रैकेट की शिकायत की थी। पुलिस ने सेक्स रैकेट को पकड़ा, लेकिन सेक्स रैकेट चलाने वाले पति और वहा पकड़े गए युवक युवतियों के खिलाफ शांति भंग में चालान कर दिया। महिला ने सेक्स रैकेट में पुलिस के शामिल होने के गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने भास्कर से बात करते हुए कहा- मेरे घर में दो दरोगा रहते है, जो सिकंदरा थाने में तैनात थे। उनकी मदद से ये सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था। उन्हीं की मदद से थाने में पूरी सेटिंग कर रखी है। इन दोनों दरोगा की मिली भगत के साथ मेरा पती सेक्स रैकेट चला रहा था। इसी कारण किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। और सब बच कर निकल गए। जब पती ने दोनों को किराये पर रखा था। जब ही दोनों दरोगा ठीक नहीं लगे थे। सेक्स रैकेट की शिकायत करने गई महिला को डीसीपी सिटी ने लगाई डांट-फटकार
धर्मा रानी ने कहा- सेक्स रैकेट पकड़े जाने के बाद पुलिस ने शांति भंग दिखा कर दो दिन के अंदर छोड़ दिया। इसकी शिकायत में कलेक्ट्रेट डीसीपी सिटी से शिकायत करने के लिए पहुंची थी। लेकिन उन्होंने भी मेरी एक नहीं सुनी। और मुझसे कहा की आप अपने आपसी विवाद में अपने पती के ऊपर इल्जाम लगा रहीं हो। इसके बाद मेंने उन्हें सबूत दिखाए। जिसके बाद डीसीपी साहब ने मुझसे दो-तीन दिन में आख्या मगा कर कार्रवाई की बात कहीं। लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया-मेरे और पति के बीच पिछले 6 महीने से झगड़ा चल रहा था। जिसके चलते 12 जुलाई को उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। मेरी बच्ची और मुझे घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद में अपने घर जगदीशपुर आ गई। मैं गवर्नमेंट टीचर हूं, आगरा से 50 किलोमीटर दूर खेरागढ़ तहसील में पढ़ाने जाती हूं। सर्दी का समय आ रहा था, इसीलिए में कपड़े लेने के लिए अपने घर पहुंची। लेकिन मेरा पति वहां नहीं था। मेंने अपने कमरों में देखा। तो उसमें कुछ लड़के और लड़कियां कपड़े उतार सैक्स कर रहे थे। गंदी-गंदी आवाज आ रही थी। मेंने इसका विरोध किया और अपने पति के बारे में पूछा तो इसके बाद मेरा पति आया। उसने मुझे चुप रहने के लिए कहा, लेकिन मेंने इसके बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे कुछ नहीं बताया। इसके बाद झगड़ा बढ़ता चला गया। इसके बाद मेंने 112 पर कॉल कर के पुलिस को सेक्स रैकेट की सूचना। पुलिस ने परिचित बता कर शांति भंग में चालान कर दिया। ऐसे कौन से परिचित थे जिन्हें मैं नहीं जानती थी। और पुलिस ने उनकी पहचान कर हल्की धाराओं में छोड़ दिया। इसके बाद से ही मेरा पति गायब है, जब में पढ़ने के लिए निकलती हूं तो मुझे जान से मारने की धमकियां देता है। बेटी को बदनाम करने की बात कहता है। मेरा एक लड़का है जो की सास ससुर के साथ मुंबई में बीटेक कर रहा है। एक देवर है जो कि अमेरिका में डॉक्टर है। परिवार में मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है। मेरी जान को खतरा है। पढ़े पूरा मामला…. तीन युवक और एक युवती पकड़े गए थे
मामला आवास विकास कालोनी सेक्टर 11 का है। यहां की रहने वाली महिला शिक्षिका का पति की हरकतों के चलते विवाद था। वह बेटी के साथ चार माह से मायके रह रही थी। उसे जानकारी हुई कि उसका पति उनकी अनुपस्थिति में घर में देह व्यापार और नशीले पदार्थों की बिक्री कर रहा है। 26 अक्टूबर को पुलिस हेल्पलाइन 112,1090 और 1076 पर काल कर शिकायत कर दी। पुलिस आई तो घर पर चार महिला और दो युवक मिले। पुलिस भारी भीड़ के बीच उन्हें लेकर थाने आई। देह व्यापार की शिकायत पर पुलिस ने अगले दिन बीच सड़क हंगामा करने की बात लिखकर आरोपी पति समेत तीन युवक और एक युवती का शांति भंग की धारा में चालान कर दिया। पीड़िता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो वहां भी आपसी विवाद बताकर शांति भंग में कार्रवाई की रिपोर्ट देकर शिकायत निस्तारित कर दी। छापेमारी के वीडियो और फोटो वायरल हो रहे
मौके पर कार्रवाई का वीडियो बनाने वाले एक यूट्यूबर का भी आरोपियों के साथ चालान किया गया है। गुरुवार को पुलिस ने घर पर छापेमारी कर युवक युवतियों को हिरासत में लेने और घर पर युवक युवतियों के आने के वीडियो और फोटो वायरल हो गए। सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता नरेश पारस ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर घर से युवक-युवतियों के निकलते हुए वीडियो भी डाला है। उन्होंने सवाल उठाया है कि जब घर से मुंह ढके युवक-युवती निकल रहे हैं तो शांति भंग की धारा कैसे लग सकती है।
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