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सीमा हैदर SIR से ऊपर, उसे शरण मिलनी चाहिए:हरदोई में सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह बोले- जासूस है तो डबल फांसी, प्यार है तो जीवनदान दो

सीमा का मामला आर्टिकल 72 के तहत महामहिम राष्ट्रपति के पास लंबित है। SIR उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, सीमा SIR से ऊपर है। यह मामला मतदान का नहीं, जीवनदान का है। अगर सीमा हैदर आतंकी, जासूस या स्पाई है तो उसे डबल फांसी दो। लेकिन अगर वह प्यार के आधार पर आई है तो उसे भारत में शरण मिलनी ही चाहिए। कोर्ट के आदेशों के अनुसार सीमा भारत में है और पाकिस्तान डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सहयोग नहीं कर रहा, लेकिन इसका उनके केस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सीमा हैदर के SIR वेरीफिकेशन को लेकर दावा किया कि पाकिस्तान डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सहयोग नहीं कर रहा, लेकिन इससे केस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम उसके लिए दोबारा आवेदन करने जा रहे हैं। ये बातें देश के चर्चित अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर काउंसिल एपी सिंह ने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहीं। इस दौरान उन्होंने SIR, सीमा हैदर केस, बुलडोजर राजनीति, चुनाव आयोग, न्यायपालिका और पुरुष आयोग जैसे मुद्दों पर कड़े तेवर दिखाए। अब पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश- हम सीमा के लिए दोबारा करेंगे आवेदन
अधिवक्ता एसपी सिंह ने सीमा हैदर के SIR वेरीफिकेशन को लेकर दावा किया कि पाकिस्तान डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सहयोग नहीं कर रहा, लेकिन इससे केस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम उसके लिए दोबारा आवेदन करने जा रहे हैं। देश में पुरुष आयोग जरूरी
एसपी सिंह ने कहा- देश में महिलाएं कमजोर नहीं हैं, पर कुछ ठेकेदारों ने उन्हें कमजोर दिखाया। इसी वजह से महिला कानून आए और अब उन्हीं कानूनों से बेवजह पुरुष फंसाए जा रहे हैं। पर अब देश में पुरुष आयोग, पुरुष हेल्प डेस्क और पुरुष विशेष थानों का गठन बेहद जरूरी है। बृजभूषण केस का उदाहरण—“सब पीछे हट गए, लेकिन मैंने लड़ाई जीती”** पुरुष अधिकारों पर बात करते हुए उन्होंने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह केस का जिक्र किया। उन्होंने कहा- मैंने बृजभूषण का केस लड़ा, उनकी पार्टी पीछे हट गई, WFI पीछे हट गई, 55 कॉलेजों का स्टाफ पीछे हट गया। उनकी सांसद पत्नी चुप हो गई, विधायक बेटा चुप हो गया। पूरा परिवार दबाव में था, लेकिन मैंने न सिर्फ लड़ाई लड़ी, बल्कि जीती भी। बुलडोजर पर हमला- “भारत में घर बनते हैं, टूटते नहीं”
बुलडोजर कार्रवाई पर एसपी सिंह ने कहा- बुलडोजर हमारी संस्कृति नहीं है। भारत में घर बनाने की परंपरा है, तोड़ने की नहीं। कानून में कहीं नहीं लिखा कि पुलिस बिना प्रक्रिया के बुलडोजर चलाए। पुलिस को खुली छूट मिल गई तो वह निरंकुश हो जाएगी। चुनाव आयोग पर सवाल- “निष्पक्ष होना चाहिए और दिखना भी चाहिए”
चुनाव आयोग की भूमिका पर भी उन्होंने खरी-खरी कही। बोले- इलेक्शन कमीशन को निष्पक्ष, निर्भीक होना भी चाहिए और दिखना भी चाहिए। जाति-धर्म के नाम पर विभाजन गलत है। किसी भी पार्टी के लिए काम करना ठीक नहीं। सरकारें आती-जाती हैं, लोकतंत्र स्थायी है। न्यायपालिका पर टिप्पणी- “न्याय सिर्फ मिलना नहीं चाहिए, मिलते हुए दिखना चाहिए”
दिल्ली हाई कोर्ट के एक जज के आवास पर मिले करोड़ों रुपए का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा- गरीब पूछता है कि उसे न्याय कैसे मिलेगा? न्यायालयों में न्याय सिर्फ मिलता नहीं, मिलता हुआ दिखना भी चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यायिक व्यवस्था को निष्पक्ष, निर्भीक और निडर होना चाहिए। कौन हैं अधिवक्ता एसपी सिंह, जानिए…
डॉ. एपी सिंह देश के सबसे चर्चित और विवादित आपराधिक वकीलों में गिने जाते हैं। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के सीनियर काउंसिल हैं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले एसपी सिंह ने दिल्ली में कानून की पढ़ाई की। 2012 के निर्भया गैंगरेप केस में आरोपियों की तरफ से वकील बनकर राष्ट्रीय चर्चा में आए। वे कई कई हाई-प्रोफाइल मामले लड़ चुके हैं। —————————– ये खबर भी पढ़िए… यूपी में SIR ड्यूटी से तंग महिला टीचर का इस्तीफा:कहा- 215 फॉर्म भर दिए, अब ये काम नहीं हो पाएगा यूपी के नोएडा में SIR ड्यूटी से तंग महिला टीचर ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में लिखा- मैंने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के 215 फॉर्म फीड कर दिए हैं। अब मुझसे BLO का काम नहीं होगा, न ही पढ़ा पाऊंगी। मामला नोएडा सेक्टर-34 स्थित गेझा के उच्च प्राथमिक स्कूल का है। महिला टीचर का नाम पिंकी सिंह है। स्कूल प्रधानाचार्य नीलम सिंह ने बताया- पिंकी ने SIR अभियान में ड्यूटी न लगाने की अपील की थी, लेकिन सुनवाई नहीं की गई। उन्हें रॉकवुड स्कूल में मतदान केंद्र की BLO की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पढ़िए पूरी खबर…


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