DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

साध्वी निरंजन ज्योति और नड्‌डा की मुलाकात चर्चाओं में:प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में शामिल हुईं; केंद्र की भरोसेमंद,OBC से आती हैं

मोदी सरकार में 2 बार केंद्रीय मंत्री रह चुकीं साध्वी निरंजन ज्योति और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की गुरुवार को दिल्ली में हुई मुलाकात चर्चाओं में है। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। तस्वीरों में साध्वी के आभार जताते भाव से कयास लगाए जा रहे हैं कि, भाजपा साध्वी के रूप में यूपी को पहला महिला प्रदेश अध्यक्ष दे सकती है।
साध्वी यूपी की फतेहपुर लोकसभा से चुनकर आती रही हैं। वह केंद्रीय नेतृत्व की करीबी हैं। साध्वी निषाद समाज से आती हैं। जो ओबीसी में आता है। साध्वी के नाम पर चर्चा इसलिए भी तेज है क्योंकि साध्वी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से भाजपा एक साथ तीन चीजें साध सकती है। एक आधी आबादी को संदेश, दूसरा ओबीसी वोटर्स को मैसेज और तीसरा भगवा रंग से हिंदुत्व की धार को मजबूती। साध्वी निरंजन ज्योति का जन्म उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के पटेवरा गांव में 1967 में हुआ था। उनके पिता अच्युतानंद और उनकी मां का नाम शिवकाली देवी है। वे निषाद समुदाय से आती हैं। 58 साल की साध्वी निरंजन ज्योति 2012 में हमीरपुर विधानसभा सीट से चुनकर यूपी विधानसभा में पहुंची थीं। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें फतेहपुर सीट से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया। साध्वी यहां से 2014 और 2019 में लगातार दो बार जीतकर सांसद बनीं। 2014 में उन्हें मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग राज्यमंत्री बनाया गया। 2019 में फिर से साध्वी को मोदी सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया। दूसरी बार उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली। 2024 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद से साध्वी निरंजन ज्योति हाशिए पर थीं। लेकिन बिहार चुनाव में पार्टी ने उन्हें फिर से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी। भाजपा में ओबीसी नेता को यूपी भाजपा की कमान दिए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। जिन ओबीसी नेताओं के नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं उनमें यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है। लेकिन दिल्ली में साध्वी निरंजन ज्योति और जेपी नड्‌डा की मुलाकात ने समीकरण बदले हैं। भाजपा संगठन से जुड़े एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि साध्वी निरंजन ज्योति ओबीसी में आने के साथ ही महिला भी हैं और साध्वी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से हिंदुत्व के एजेंडे को भी धार मिलती है। ऐसे में साध्वी भी एक मजबूत विकल्प हैं।


https://ift.tt/AcekmL1

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *