सम्भल में हिंदू जागृति मंच ने जिले के गौरवशाली इतिहास और संभावनाओं को उजागर करने के लिए जागरूकता अभियान तेज कर दिया है। मंच का कहना है कि संभल की भूमि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों से परिपूर्ण है, जिसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर इसे स्वर्णिम भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है। राष्ट्रीय कन्या इंटर कॉलेज, हयातनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में वक्ताओं ने सम्भल के अतीत, आध्यात्मिक महत्व और तीर्थों की समृद्ध परंपरा पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदू जागृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने की। अजय कुमार शर्मा ने बताया कि प्राचीनकाल से ही संभल तीर्थों की धरती रही है। यहां 68 प्राचीन तीर्थ, 19 कूप, कई राजाओं के किले, पुरातत्व विभाग की संरक्षित इमारतें और अनगिनत प्रतीक चिह्न मौजूद हैं, जो इसके स्वर्णिम इतिहास की गवाही देते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान शासन और प्रशासनिक प्रयासों के चलते तीर्थों का जीर्णोद्धार तेजी से हो रहा है, जिससे भगवान कल्कि अवतार स्थली के रूप में संभल की ख्याति पुनः स्थापित हो रही है। शर्मा ने समाज के सभी वर्गों से आह्वान किया कि वे तीर्थों के संरक्षण और व्यवस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि सामाजिक संगठन एक-एक तीर्थ को गोद लेकर उनके रखरखाव की जिम्मेदारी संभालें, जिससे संभल की आध्यात्मिक धरोहर सुरक्षित रह सके। विद्यालय प्रबंधक साहू दिनेश चंद्र गुप्ता ने घोषणा की कि विद्यालय स्तर पर छात्रों के लिए तीर्थाटन कार्यक्रम और जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, ताकि नई पीढ़ी अपने जिले के गौरव से परिचित हो सके। श्री रामलीला कमेटी के प्रबंधक वैभव गुप्ता ने श्री कल्कि देव तीर्थ समिति द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना की और तीर्थ क्षेत्र के विकास में प्रशासन के सहयोग के लिए जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कविता गुप्ता, पूजा गुप्ता, वैष्णव, भावना, पलक, मीनू रस्तोगी, सुमन लता शर्मा और उमेश सैनी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य सुरभि अग्रवाल ने किया।
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