विश्व एड्स दिवस पर सोमवार को एआरटी सेंटर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर के तत्वावधान में जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली को उप-प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरि, डॉ. बीपी प्रियदर्शी, डॉ. सौरभ अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं, चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने “एड्स रोकें—जीवन बचाएं” जैसे नारे लगाते हुए एचआईवी/एड्स से बचाव का संदेश आमजन तक पहुंचाया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम और समय पर उपचार से एड्स को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। लोगों से की अपील डॉ. रिचा गिरि ने लोगों से अपील की कि एचआईवी संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षित व्यवहार अपनाएं और किसी भी शंका की स्थिति में नि:शुल्क जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध एआरटी सेंटर में संपर्क करें। नोएडा अधिकारी डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि वर्ष 2025 तक एआरटी सेंटर में 14,625 मरीज पंजीकृत किए जा चुके हैं, जिनमें से 5,096 मरीज नियमित रूप से इलाज ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्व एड्स दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है “व्यवहार में बदलाव लाना, संक्रमितों को सम्मान देना और उन्हें उपचार से जोड़ना।” सुविधाओं की जानकारी दी इस दौरान एआरटी सेंटर की टीम ने पोस्ट एक्सपोजर प्रोफाइलेक्सिस (PEP), प्री एक्सपोजर प्रोफाइलेक्सिस (PrEP) तथा मुफ्त दवाओं सहित उपलब्ध आधुनिक उपचार सुविधाओं की जानकारी दी। आयोजन में मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सेज सहित सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी ने संकल्प लिया कि वे एड्स के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम के अंत में उप-प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरि ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही एड्स-मुक्त समाज का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। इस मौके पर डॉ. एसके गौतम, डॉ. मधु यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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