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विदा होकर आई दुल्हन, पीछे से आई चाचा–ताऊ की लाशें:कासगंज में एक साथ उठी 2 भाइयों की अर्थी, दूल्हे का भाई बोला–हत्यारे ने 7 साल बाद बदला लिया

कासगंज में जिस सपा नेता के घर में नई नवेली दुल्हन विदा होकर आई। उसी घर में 10 घंटे बाद दूल्हे के चाचा और ताऊ की लाश पहुंची। लाल जोड़े में आई दुल्हन और दूल्हा खुद को कोसते रहे। कहने लगे कि जहां से एक दिन बैंड बाजों के साथ बारात विदा हुई थी, पूरा परिवार खुशियां मना रहा था। अब वहीं से परिवार के 2 लोगों की लाशें उठ रही हैं, ये मंजर देखा नहीं जा रहा है। उस सनकी हत्यारे ने छोटी सी बात पर चाचा–ताऊ और मौसा को रौंद दिया। रौंदने के बाद तेज से कार भगाकर फरार हो गया। रात 11 बजे दूल्हे के चाचा और ताऊ (दोनों सगे भाई) की एक साथ अर्थी उठी तो पूरा गांव रो पड़ा। मातम के बीच दोनों की आसपास चिता सजाई गई और अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, वारदात में मारे गए दूल्हे के मौसा का भी रात को ही बदायूं में गमगीन माहौल के बीच दाह संस्कार किया गया। वो 6 दिसंबर को होने वाली अपनी बेटी की शादी का कार्ड देने आए थे। दूल्हे के भाई के चचेरे साले ने उन्हें भी रौंद डाला। जिस बेटी की शादी थी, अब उसका रो रोकर बुरा हाल है। हम आपको दूल्हे के घर रिपोर्ट पढ़वाते हैं… पहले ये तीन विजुअल देखिए एक नजर में पूरा मामला पढ़िए कासगंज के गंजडुंडवारा के नगला मंशा गांव के रहने वाले सपा नेता विकास यादव की शादी फर्रुखाबाद के कायमगंज की दीक्षा यादव से तय हुई थी। 3 दिसंबर की रात वो गाजे बाजे के साथ बारात लेकर अपने घर से 8 किमी दूर कादरगंज रोड के जेडएस पैलेस गेस्ट हाउस पहुंचे थे। करीब 11 बजे जयमाल के दौरान महिलाएं डीजे पर डांस कर रही थीं, तभी उनके बीच दूल्हे के चचेरे भाई का चचेरा साला एटा का रहने वाला कौशल यादव डांस करने पहुंच गया। महिलाएं उसे देख असहज हो गईं। कई बार लोगों के मना करने पर वो नहीं माना तो डीजे बंद करा दिया गया। इसी बात पर कौशल भड़क गया। गुस्से में वो अपनी ईको कार में बैठा, फिर गुस्से में गाड़ी स्टार्ट कर 5 बारातियों पर पर कार चढ़ा दी, इससे भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो कार को बैक कर सभी को दो बार और रौंद दिया। घटना में दूल्हे के ताऊ, चाचा और मौसा की मौत हो गई। जबकि 2 बाराती घायल हो गए। आरोपी कौशल अपने पिता को कार में बैठाकर फरार हो गया। बारातियों ने घायलों को पहले अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने 3 को मृत घोषित कर दिया। वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें कौशल की गाड़ी में फंसकर एक शख्य करीब 50 मीटर तक घिसटता चला आया, लेकिन कौशल ने गाड़ी नहीं रोकी। तेजी से गाड़ी भगाकर फरार हो गया। पढ़िए दूल्हे के घर से रिपोर्ट पढ़िए… एक दिन पहले जहां बैंड बाजे बजे, वहां मातमी सन्नाटा कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर गांव गंजडुंडवारा नगर पालिका क्षेत्र में नगला मंशा गांव है। यहां सपा नेता मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के कासगंज के जिला उपाध्यक्ष विकास यादव पुत्र राम सनेही यादव का घर है। बुधवार की शाम शाम तक इस गांव में खूब ढोल बजे। बैंड बाजों के साथ विकास की बारात निकली। लेकिन रात होते होते गांव का माहौल मातम में बदल गया। गमगीन माहौल के बीच गुरुवार की सुबह 10 बजे विकास अपनी दुल्हन दीक्षा को किसी तरह विदा करके लाए। घर पर न कोई खुशी थी न रौनक। रंग बिरंगी झालरें भी बंद थीं। जो रिश्तेदार शादी में शामिल होने आए थे अब वो मातम मना रहे हैं। पूरे दिन विकास के ताऊ सुरेश और चाचा ग्रीस की लाश आने का इंतजार होता रहा। गांव के किसी घर में चूल्हे नहीं जले। दुल्हन ने आते ही लाल जोड़ा उतार दिया, घर के एक कोने में बैठकर रोती रही। वहीं दूल्हा विकास भी खुद को कोसकर रोता रहा। रात 9 बजे पहुंची दोनों भाई की लाशें विकास के पिता राम सनेही के दो भाई सुरेश और ग्रीस थे। गांव के लोगों ने बताया कि तीनों भाइयों में बड़ा प्रेम था। कभी किसीने उन्हें लड़ाई झगड़ा करते नहीं देखा। अब राम सनेही अकेले बचे जो बार बार अपने दो भाइयों को याद कर रोते बिलखते रहे। रात 9 बजे जैसे ही लाशें पहुंचीं तो गांव में चीखने चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। राम सनेही रोते रोते बेसुध हो गए। वहीं, दुल्हन दीक्षा अपनों को अंतिम बार निहारने के लिए छत पर चली गई और रोती रही। विकास के अलावा मृतक ग्रीस और सुरेश के परिजन चीखने लगे। सुरेश चंद्र के की पत्नी सूरजमुखी, 4 बेटे- रिंकू (32), अंकित (30), आलोक (24), निर्देश (16) और 2 बेटियां—शिल्पी (22), निशा (12) का रो रोकर बुरा हाल था। गिरीश चंद्र के 2 बेटे दिलीप (23) और धर्मेंद्र (21) भी बार बार कौशल को फांसी देने की बात कहते रहे और पिता की लाश देखकर रोते रहे। रात 11 बजे एक साथ दोनों भाईयों की अर्थी उठी और गांव के बाहर खेतों में दो चिताएं सजाई गईं। उसके बाद दोनों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। ताऊ सुरेश को उनके बेटे रिंकू ने मुखाग्नि दी। जबकि चाचा ग्रीस को उनके बेटे दिलीप ने मुखाग्नि दी। दूल्हा विकास कहता रहा कि जिंदगी भर का ये दाग हमारे ऊपर लग गया। पता नहीं ये दर्द कब तक रहेगा। रिंकू बोले– मैं बाहर जाता तो मुझे भी कौशल मार देता दूल्हे के ताऊ सुरेश के बेटे रिंकू ने बताया – शादी का कार्यक्रम चल रहा था। शादी में डीजे लगा था और कौशल बार बार डीजे पर महिलाओं के साथ नाच रहा था। कौशल से मना किया गया। कहा गया कि अगर नाचना है तो अकेले नाच लो। महिलाओं के साथ मत नाचो। इससे कौशल गुस्सा हो गया। कौशल हमसे 7 साल से पुरानी रंजिश भी रख रहा था, क्योंकि 7 साल पहले चचेरे भाई धर्मेंद की शादी में कौशल का मुझसे झगड़ा हो गया था। कौशल ने मेरे साथ मारपीट भी की थी। वो उसी बात का गुस्सा अपने अंदर पाले बैठा था। अगर मौके पर मैं होता तो कौशल मुझे भी मार देता। कौशल मुझे बार–बार बुला रहा था, मैं बाहर नहीं गया। उसने मेरा बदला मेरे ताऊ सुरेश, चाचा ग्रीस और मौसा ब्रजेश को गाड़ी से कुचलकर लिया है। उसे फांसी होनी चाहिए। बदायूं में मौसा के घर पसरा मातम, मार्च में थी बेटी की शादी बदायूं के उझानी कोतवाली के गांव नगला सामंती के रहने वाले दूल्हे के मौसा बृजेश का भी उझानी में रात को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। उनके के दो बेटे मोहित (20) और रोहित (15), बेटी सपना (18) और पत्नी दुर्गेश देवी का रो रोकर बुरा हाल हो गया। ब्रजेश की लाश से परिजन लिपटकर रोने लगे। बेटी सपना की शादी फिक्स हाे गई थी। तीन महीने बाद मार्च में शादी की तारीख निकली थी। वो भी विकास की शादी में शामिल होने नगला मंशा पहुंचे थे। ब्रजेश की पत्नी बार बार खुद को कोस रही हैं कि वो शादी में न जाते तो आज हम सबके बीच होते। अब बेटी के हाथ कौन पीले करेगा। उनके बिना बेटी की शादी कैसे कर पाएंगे।


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