DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

वाराणसी में मानव तस्करी के दो दोषियों को उम्रकैद:राजस्थान और रांची में बच्चे बेचे, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन पर जजमेंट

वाराणसी से बच्चे चुराकर राजस्थान और झारखंड में बेचने के मामले में नामजद युवकों को दो साल बाद कोर्ट ने दोषी करार दिया। कोर्ट ने साक्ष्य, गवाहों और चार्जशीट के आधार पर बच्चा चोरों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। हालांकि इस केस में नामजद अन्य आरोपियों को संदेह का लाभ मिला और कमजोर साक्ष्यों ने उन्हें बचा लिया। फास्ट ट्रैक कोर्ट (प्रथम) न्यायाधीश कुलदीप सिंह की अदालत ने सोमवार को मानव तस्करी में झारखंड के कोडरमा निवासी कुलदीप पासवान व पश्चिम बंगाल के 24 परगना निवासी नंदलाल राम को दोषी पाया और उम्रकैद की सजा सुनाई। अदालत ने दोनों पर 15-15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। अदालत ने पांच दिसंबर को दोनों को दोषी करार दिया था। सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए आठ दिसंबर की तिथि तय की गई थी। सोमवार को अंतिम बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया। अदालत ने जगबीर बरनवाल, संतोष साव, अनुराधा देवी, गुड़िया, संगीता देवी, मनीष जैन, संतोष गुप्ता और शिखा देवी को पर्याप्त साक्ष्य ना मिलने पर दोषमुक्त कर दिया। अभियोजन के वकील मनोज गुप्ता ने बताया कि राजघाट निवासी पिंकी, कटिंग मेमोरियल मांटेसरी स्कूल के पास अपने घर में एक साल के बच्चे के साथ सोई थी। 29 अप्रैल 2023 की रात दो बजे बच्चा चोरी हो गया। विवेचना के दौरान नाम सामने आने पर पुलिस ने 19 जुलाई 2023 को कोडरमा से कमलेश पासवान को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि कोडरमा की अनुराधा देवी ने उसके माध्यम से बच्चे को पश्चिम बंगाल निवासी नंदलाल राम को बेचा। पुलिस 20 जुलाई 2023 को कुलदीप पासवान को लेकर नंदलाल राम के ठिकाने पर पहुंची, जहां से बच्चे को सकुशल बरामद कर नंदलाल राम को गिरफ्तार किया गया। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने गवाह, साक्ष्य और पुलिस चार्जशीट के आधार पर दोनों को दोषी पाया। पुलिस ने बच्चे को अगवा करने वाली कार भी बरामद कर सीज कर दी थी।​​​​​​ विवेचना पूरी होने पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया था। सुनवाई के बाद अदालत ने दो को दोषी पाया और उम्रकैद की सजा सुनाई। राजस्थान व झारखंड माड्यूल पुलिस की मानें तो बच्चों की चोरी कर राजस्थान, झारखंड व बिहार में दलालों के माध्यम से दो से पांच लाख रुपये में निसंतान दंपती या जरूरत मंद लोगों को बेच देते हैं। जो पैसा मिलता है उसे बांट लेते थे। झारखंड के हजारीबाग से यशोदा देवी को एक बच्चे के साथ गिरफ्तार किया गया। यह बच्चा विंध्याचल से अगवा किया था। इसकी बहन का पता लगाया जा रहा है। भीलवाड़ा, राजस्थान से गिरोह के भवर लाल को गिरफ्तार किया गया।


https://ift.tt/UnOlZwI

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *