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लखनऊ में केशव को ‘मुख्यमंत्री’ बताकर पोस्टर लगाए:मामला सरकार तक पहुंचा; आयोजक बोले- हमसे नहीं हुई कोई चूक

यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य को एक पोस्टर में ‘मुख्यमंत्री’ बना दिया गया। मौका था- भारत स्काउट-गाइड डायमंड जुबली और 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी कार्यक्रम का। मंच पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह बैठे थे। उनके ठीक पीछे के पोस्टर में ‘केशव प्रसाद मौर्य मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश’ लिखा था। लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह भारत स्काउट एवं गाइड की उत्तर प्रदेश शाखा के अध्यक्ष हैं। कार्यक्रम खत्म हुआ तो केशव मौर्य ने X पर कार्यक्रम की तस्वीरें पोस्ट कीं तो वह वायरल हो गईं। X यूजर्स अब कमेंट कर रहे हैं। अभिषेक उपाध्याय नाम के X यूजर ने लिखा- केशव मौर्या मुख्यमंत्री घोषित कर दिए गए हैं। ये महेंद्र सिंह की अगुआई में हुए कार्यक्रम की तस्वीर है। भारत स्काउट एवं गाइड के डायमंड जुबली समारोह की इस तस्वीर को देखिए। केशव मौर्या के नाम के नीचे ‘मुख्यमंत्री’ लिखा है। ये टाइपिंग मिस्टेक है? या फिर भी गोपनीय जानकारी लीक हो चुकी है? बाहुबली फ़िल्म में ‘अमरेंद्र’ बाहुबली का किरदार था। ये तो ‘महेंद्र’ बाहुबली की कथा हो गई। फिलहाल, आयोजक इसे सरकार के स्तर से हुई चूक बता रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर इसको लेकर खासी चर्चा हो रही है। 24 नवंबर को कार्यक्रम में पहुंचे थे केशव
लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में 24 से 28 नवंबर तक 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी का आयोजन किया जा रहा है। 24 नवंबर की शाम आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम और ड्रोन शो में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम के लिए मंच पर एक बड़ी एलईडी पर बैक ड्रॉप बनाया गया था। इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के नाम के नीचे उनका पदनाम मुख्यमंत्री लिखा गया। आयोजकों को कुछ समझ में आता इससे पहले इसका वीडियो बन चुका था और सैकड़ों फोटो लिए जा चुके थे। इसके बाद बैक ड्राप को एडिट कर उनके नाम के आगे उप मुख्यमंत्री लिखा गया। भास्कर पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं… सीएम दफ्तर नाराज, आयोजकों ने पल्ला झाड़ा
राष्ट्रीय जंबूरी के मंच पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का पदनाम मुख्यमंत्री लिखने का मामला सरकार तक पहुंच गया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम दफ्तर की ओर से जंबूरी के आयोजकों से इस संबंध में बात कर नाराजगी भी जाहिर की गई। लेकिन आयोजकों ने दो टूक शब्दों में कहा कि बैक ड्रॉप सरकार के स्तर से ही फाइनल हुआ था, इसमें जंबूरी के आयोजकों की कोई गलती नहीं है। मालिनी अवस्थी ने भी कहा था केशव सीएम
होली पर सीएम योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी और उनकी पत्नी और भोजपुरी गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के 7 कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे। मालिनी ने वहां ऑर्केस्ट्रा पर होली के भोजपुरी गीत गाए। गीत गाते समय उन्होंने कहा- आज हम यूपी के सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर होली मना रहे हैं। इतना सुनते ही उनके पति अवनीश अवस्थी ने इशारा भी किया, लेकिन मालिनी ने फिर वही बात दोहरा दी। आसपास खड़े समर्थकों ने कहा कि मालिनी जी सरस्वती की उपासक है, उनके मुंह से कुछ निकला है तो अच्छा ही होगा। सरकार के स्तर से हुई चूक राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजक प्रभात कुमार ने कहा- एलईडी बैक ड्रॉप का डिजाइन हमने तैयार नहीं किया था। यह सरकार के स्तर से ही फाइनल किया गया था, यह चूक तो हुई है, लेकिन हमारी ओर से नहीं हुई है। 2017 के चुनाव में केशव थे सीएम पद के दावेदार यूपी में 2017 विधानसभा चुनाव केशव मौर्य की अगुआई में हुआ था। तब वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। केशव सीएम पद के दावेदार थे। लेकिन चुनाव बाद सीएम योगी को सीएम बना दिया गया था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की ओर से एनेक्सी में पंचम तल पर अपनी नेम प्लेट लगाई गई थी। सीएम योगी के निर्देश पर नेम प्लेट हटाकर केशव को सचिवालय में कक्ष आवंटित किया गया था। तब पहली बार दोनों में टकराव सामने आया था सूत्रों के मुताबिक, 2022 में योगी मंत्रिमंडल गठन के समय सीएम योगी तत्कालीन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को डिप्टी सीएम बनाने के पक्ष में थे। जबकि, पार्टी नेतृत्व केशव प्रसाद मौर्य को ही फिर मौका देना चाहते थे। 2024 लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा के खराब प्रदर्शन की वजह से सरकार और संगठन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सीएम योगी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की मौजूदगी में हार की वजहें बताईं। इसी बीच केशव प्रसाद मौर्य ने संगठन को सरकार से ऊपर बताया। इस बार अयोध्या दीपोत्सव में योगी सरकार के दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल नहीं हुए थे। दोनों ने अपना अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या दीपोत्सव के विज्ञापन में दोनों डिप्टी सीएम का नाम नहीं छपा था। इससे दोनों डिप्टी सीएम नाराज हो गए। दोनों ने इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश और शीर्ष नेतृत्व को भी दी। ऐसे में सीएम योगी अकेले ही अयोध्या पहुंचे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भाजपा में ही एक दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। केशव शुरुआत से कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देते हैं। यही वजह है कि पार्टी के अधिकांश विधायक, पदाधिकारी और कार्यकर्ता केशव से ही दुख-सुख साझा करते हैं। ————– यह खबर भी पढ़िए:- यूपी ने आगरा की दीप्ति को 3.2 करोड़ में खरीदा:WPL ऑक्शन में मार्की सेट की सबसे महंगी खिलाड़ी; मंधाना का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सकीं वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) का पहला मेगा ऑक्शन नई दिल्ली में चल रहा है। आगरा की दीप्ति शर्मा को 3.2 करोड़ रुपए में यूपी वॉरियर्स ने खरीदा है। ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा की प्राइस बेस 50 लाख थी। दिल्ली कैपिटल्स ने शुरुआती ऑफर भी दे दिया। बोली 3.2 करोड़ तक पहुंची। तब लगा कि दीप्ति शर्मा अब द‍िल्ली कैप‍िटल्स का हिस्सा बनेंगी, लेकिन तभी यूपी वार‍ियर्स ने RTM कार्ड (राइट टू मैच) का इस्तेमाल कर उन्हें वापस अपनी टीम में ले लिया। पढ़ें पूरी खबर…


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