यूपी में भाजपा ने 14 नवनिर्वाचित जिला अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी है। नए जिलाध्यक्षों में जातीय संतुलन साधा गया है। सबसे अधिक 7 सामान्य , 6 पिछड़ा और एक अनुसूचित जाति से हैं। यूपी के चुनाव अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बुधवार देर रात जिलाध्यक्षों के नाम घोषित किए। खास बात है कि 14 में से पांच पुराने चेहरे हैं। अलीगढ़ जिला, अलीगढ़ महानगर, फिरोजाबाद जिला, कौशांबी और फिरोजाबाद जिला में पार्टी ने पुराने चेहरों पर फिर से भरोसा जताया गया है। फतेहपुर के दागी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल को पार्टी ने हटा दिया है। उन पर पार्टी में पद दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपए लेने के आरोप लगे थे। उनके स्थान पर अन्नू श्रीवास्तव को फतेहपुर का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। अब मुखलाल और उनसे जुड़े विवाद जानिए… बात 9 महीने पुरानी है। फतेहपुर में भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर गंभीर आरोप लगे। बांदा के भाजपा नेता अजित कुमार गुप्ता ने कहा, मुखलाल ने जिलाध्यक्ष बनवाने के लिए 50 लाख रुपए पार्टी फंड के नाम पर लिए। लेकिन, पार्टी फंड में जमा नहीं किए। दोनों की बातचीत का एक ऑडियो भी सामने आया। जिसमें रुपए और गिफ्ट में गाड़ी देने की बात की जा रही थी। अजित कुमार गुप्ता ने बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को पत्र लिखकर शिकायत की। पार्टी ने फतेहपुर के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने बताया कि मुखलाल पाल के आचरण को पार्टी विरोधी मानते हुए नोटिस जारी किया। कहा गया कि 7 दिन में जवाब देना होगा। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कोई एक्शन नहीं लिया गया। जब मुखलाल ने एसपी को हड़काया
तीन महीने पहले फतेहपुर में फतेहपुर में मकबरा बनाम मंदिर का विवाद हुआ। मुखलाल पाल का वीडियो सामने आया। इसमें एसपी अनूप सिंह को हड़काते नजर आए। मुखलाल पाल ने कहा- एसपी साहब, आपने कहा था न कि 7 बजे बैठक करेंगे। कहा था कि नहीं। ये कोई मुलायम सिंह की सरकार नहीं है कि आप गोली चलवा दोगे। अगर हिम्मत है तो गोली चलवाकर देखिएगा। बार-बार बोल रहा हूं। जब 7 बजे कहा था, तो क्यों नहीं बुलाया। मैंने डीएम से भी बात की है। वीडियो सामने आने के बाद उन्होंने अपना एक और वीडियो जारी किया और शांति बनाए रखने की अपील की। मामले पर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- वीडियो में साफ-साफ हिंसा होती दिख रही है, लेकिन पुलिस ने आरोपी बीजेपी जिलाध्यक्ष और हिंदुत्ववादी संगठन के नेताओं पर सख्त एक्शन नहीं लिया। उन पर FIR तक नहीं की। पुलिस उनके आगे हाथ जोड़े थी। अगर बवाल करने वाले मुसलमान होते तो उनकी छाती पर गोली मार दी जाती। भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर विधानसभा में सपा ने हंगामा किया। लिस्ट देखिए… अभी 14 और जिलाध्यक्षों का ऐलान बाकी
भाजपा ने 14 जिलाध्यक्षों का ऐलान कर इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तरफ बढ़ चुकी है। यूपी में इससे पहले भाजपा 70 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर चुकी है। ऐसे में अब 98 जिलों में से 84 जिलाध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। अब केवल 14 जिलाध्यक्ष और बचे हैं। पूरे यूपी को भाजपा ने 98 संगठनात्मक जिलों में विभाजित कर रखा है। जनवरी के पहले हफ्ते से ही जिलों में चुनाव प्रक्रिया जारी थी। लेकिन विरोध और नेताओं के दबाव के चलते प्रदेश चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सभी जिलों में एक साथ जिलाध्यक्ष घोषित कराने में सफल नहीं हो सके। भाजपा में लंबे समय बाद ऐसा देखने को मिला है जब प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए एकमत नहीं हो सका। पढ़ें पूरी खबर… खबर अपडेट की जा रही है…
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