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यूपी में 10 दिसंबर के बाद बढ़ेगी ठिठुरन:न्यूनतम तापमान 8 डिग्री से नीचे रह सकता है, जानिए खेती-किसानी पर क्या असर पड़ेगा

यूपी में 10 दिसंबर के बाद पारा तेजी से गिरेगा। पश्चिमी यूपी से लेकर तराई क्षेत्र तक धुंध और ठंड बढ़ेगी। महीने के आखिरी 10 दिन सबसे ठंडे रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार दिसंबर में ठंड देर से शुरू होगी। लेकिन, महीने के आखिरी में अपना असर जरूर दिखाएगी। यूपी में किस साल सबसे ज्यादा ठंड पड़ी थी? इस बार दिसंबर में न्यूनतम तापमान कितना रह सकता है? खेती-किसानी पर इसका क्या असर पड़ेगा? इस रिपोर्ट में पढ़िए… अंतिम सप्ताह में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
यूपी के ज्यादातर जिलों में दिसंबर की शुरुआत में दिन का तापमान सामान्य के करीब रहेगा। रात में हल्की ठंड महसूस होगी, लेकिन न्यूनतम तापमान में खास गिरावट नहीं दिखेगी। हालांकि, 10 दिसंबर के बाद ठंड बढ़नी शुरू होगी। सुबह-शाम की हवाएं सर्द होंगी। पश्चिमी और तराई क्षेत्रों में धुंध की हल्की परत दिख सकती है। दिसंबर के आखिरी 10 दिन सबसे ठंडे रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, कई जिलों में न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे जा सकता है। पश्चिमी यूपी, लखनऊ, मेरठ, बरेली और गोरखपुर मंडल में घने कोहरे से यातायात प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। क्या होता है अधिकतम और न्यूनतम तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी का औसत दैनिक तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है। गर्मियों में अधिकतम औसत तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच जाता है। वहीं, ठंड में अधिकतम औसत तापमान 20 से 25 या 26 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। ठंड में औसत न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। यहां ध्यान रखना जरूरी है कि पूरे भारत का भूगोल एक जैसा नहीं। इस वजह से तापमान को लेकर भी अलग-अलग कैटेगरी हैं। पूरे देश की बात करें, तो सामान्य तापमान -2°C से 40°C के बीच होता है। क्या कहते है बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि दिसंबर में ठंड अपने चरम की तरफ बढ़ती जाएगी। कोहरा बढ़ने से तापमान और नीचे जाएगा, कई दिनों तक धूप भी कमजोर रहेगी। रातें लंबी और ठंडी होंगी। दिन बढ़ने के साथ ठंड और बढ़ती जाएगी। दिसंबर में महसूस होगी अच्छी ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दिसंबर में पश्चिमी और सेंट्रल यूपी में ठंड काफी बढ़ सकती है। जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री से 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। वहीं, पूर्वी यूपी में यह तापमान अपेक्षाकृत अधिक रहेगा। इसके 10 डिग्री से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। नवंबर में प्रदेश का औसत तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जिसे सामान्य माना जाएगा। हालांकि, अगर इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया, तो उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी या ओस जैसी स्थितियां हो सकती हैं। इसका असर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों पर भी पड़ेगा, जहां कुछ दिनों के लिए सीवियर कोल्ड जैसा हो सकता है। इस स्थिति में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अचानक गिरावट दर्ज हो सकती है। लेकिन, यह गिरावट सामान्यतः 0.5 डिग्री सेल्सियस से 1 डिग्री सेल्सियस तक ही सीमित रहेगी। यानी दिसंबर में हल्की से मध्यम ठंड बढ़ेगी, लेकिन कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना फिलहाल कम है। 2019 में हुआ दर्ज किया गया सबसे कम तापमान
2018 में 30 दिसंबर को लखनऊ का तापमान 3.3 दर्ज किया गया था। जो दिसंबर महीने का सबसे ठंडा दिन था। वहीं, 2019 में 31 दिसंबर, 2019 को 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। साल के आखिरी दिन शहर के पारे ने पिछले 7 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। सुबह 4 बजे शहर का न्यूनतम तापमान शून्य से कुछ ऊपर 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इससे पहले 2012 में पारा 0.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था। वीक में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 1 दिसंबर को प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। सुबह के वक्त कुछ इलाकों में हल्का से मध्यम कोहरा छा सकता है। इसी तरह 2 दिसंबर को भी आसमान साफ रहने के साथ सुबह कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। 4 से 6 दिसंबर तक प्रदेश में मौसम सामान्य और साफ रहने के संकेत हैं। हालांकि तापमान में थोड़ी गिरावट होगी। साल- 2024 में दिसंबर में पड़ी थी कड़ाके की ठंड
उत्तर प्रदेश में सर्दी का मौसम 2024 में दिसंबर के अंत से शुरू हुआ था। इसका मतलब यह है कि नवंबर में ठंड महसूस तो हुई थी, लेकिन गंभीर ठंड या कोल्ड‑वेव जैसी परिस्थितियां नहीं थीं। IMD के अनुसार, पिछले साल दिसंबर तक पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया था। इसके चलते ठंड की शुरुआत काफी देर से हुई थी। IMD (भारत मौसम विज्ञान विभाग) के अनुसार 28 दिसंबर 2024 को पश्चिमी यूपी में रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे गिरने लगा था। खेती-किसानी के लिए कैसा रहेगा दिसंबर
कृषि वैज्ञानिक प्रो. पीके सिंह के मुताबिक, दिसंबर का मौसम खेती-किसानी के लिए मिला-जुला, लेकिन लाभदायक माना जा रहा। यूपी में इस समय रबी फसलों (गेहूं, चना, मटर, सरसों, आलू) की बुवाई और बढ़वार पर मौसम का बड़ा असर पड़ता है। इस बार दिसंबर में तापमान और मौसम की स्थिति रबी फसलों की बढ़वार के लिए अनुकूल रहने वाला है। महीने की शुरुआत साफ आसमान के साथ होने की उम्मीद है। बारिश की संभावना बेहद कम है, जो फसलों की बोनी और शुरुआती बढ़वार के लिए बेहतर माना जाता है। इस तरह का कोहरा फसल के लिए नुकसानदायक नहीं, बल्कि नमी बनाए रखने में सहायक होता है। इससे रबी फसलों को फायदा मिलेगा। साफ मौसम, नियंत्रित ठंड और नमी की मौजूदगी गेहूं, सरसों और आलू जैसी रबी फसलों की बढ़वार को मजबूती देगी। किसानों के लिए दिसंबर का महीना इस बार सामान्य से बेहतर साबित हो सकता है। —————————— ये खबर भी पढ़ें… यूपी में इस बार कैसी रहेगी ठंड, क्या रिकॉर्ड तोड़ेगी, जनवरी-दिसंबर में 5 डिग्री तक पहुंचेगा पारा यूपी से 13 अक्टूबर को मानसून की विदाई हो गई। पोस्ट मानसून में जमकर बारिश हुई। इसके बाद अंदाजा लगाया जाने लगा है कि पिछले सालों की तुलना में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ेगी। सुबह–शाम ठंड की शुरुआत भी हो चुकी है। सुबह के समय कई इलाकों में हल्की धुंध और ओस गिर रही है। पढ़िए पूरी खबर…


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