कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में किसान से बीमा के नाम पर ठगी करने वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के तात्कालीन ब्रांच मैनेजर, बीमा एजेंट समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बैंक मैनेजर ने निजी कंपनी के एजेंट के जरिए किसान को गुमराह कर उसका बीमा कराया था। इसके बाद आरोपी किसान के रुपए वापस दिलाने के नाम पर साइबर फ्रॉड करते रहे और अलग-अलग खातों में रकम मंगवाते रहे। जब किसान को खुद के साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तो उसने थाने में तहरीर दी। वहीं किसान की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। 2019 में किसान ने बेंची थी अपनी खेती कल्याणपुर के विसायकपुर निवासी सियाराम यादव पेशे से किसान हैं। उन्होंने 2019 में अपनी जमीन बेंची थी। जमीन बेंचने से उन्हें जो रकम मिली थी, वह उनके बैंक एकाउंट में जमा थी। पीड़ित किसान ने बताया कि 12 मई 2021 को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की कानपुर विश्वविद्यालय शाखा में गया था। तात्कालीन ब्रांच मैनेजर ने उन्हें अपने केबिन में बुलाया और एक बीमा एजेंट से मिलवाया। मैनेजर ने रिलायंस निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस की पॉलिसी कराने की सलाह दी। उस समय आरोपियों ने किसान को बताया कि 1 लाख रुपए एक मुश्त जमा होने हैं, इसके बाद कोई किश्त नहीं देनी है। जब किसान की पॉलिसी उनके पास पहुंची तो पता चला कि पॉलिसी 15 साल की है और हर साल 1 लाख जमा करने पड़ेंगे। किश्त के लिए आने लगे फोन पीड़ित ने बताया कि एक साल बाद उसके पास किश्त के लिए फोन आने शुरू हो गए। उसे 2022 और 2023 में लगातार रिकवरी के नाम पर कॉल की जाती थी और धमकाया जाता था। आरोपी रुपए डूबने की धमकी देते थे। रुपए वापस कराने के नाम पर फिर की ठगी पीड़ित ने बताया कि नवंबर 2024 में उनके पास नेहा, राम कपूर, राजेश और अजय पाठक, राना और एक अज्ञात व्यक्तियों ने अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन किया। आरोपियों ने पॉलिसी का पैसा निकलवाने के नाम पर पहले एक शुल्क जमा कराने को कहा। जिसके बाद पीड़ित फिर उनेक झांसे में आ गया। रुपए डूबने के डर से सियाराम यादव ने 21 नवंबर से 11 दिसंबर 2024 के बीच NEFT और RTGS के जरिए कई बार में करीब अलग-अलग बैंक एकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए। आरोपियों ने पीड़ित से लगभग 14 लाख रुपए की ठगी की। यह रकम बैंक ऑफ महाराष्ट्र, मुंबई समेत अन्य बैंकों के खातों में मंगाई गई। आरोपी खुद को बताते थे आयकर अधिकारी पीड़ित ने पुलिस को यह भी बताया है कि आरोपी खुद को आयकर अधिकारी बताकर उसे कॉल करते थे। उसे जेल भेजने की धमकी दी जाती थी और कहा जाता था कि उसे घर गिरवी रखकर भी पैसा देना होगा। जब पीड़ित ने आरोपियों से आईकार्ड और आधार कार्ड की प्रति मांगी तो आरोपियों ने अपने नंबर बंद कर दिए। जब आरोपियों के नंबर बंद हो गए तो पीड़ित ने सीधे रिलायंस निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क किया। जिसके बाद उन्हें पता चला कि कंपनी के रिकॉर्ड में केवल वर्ष 2021 में जमा की गई एक लाख रुपये की ही एंट्री दर्ज है।इसके बाद पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। कल्याणपुर थाना प्रभारी राजेंद्र कांत शुक्ला ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के तात्कालीन मैनेजर समेत 7 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा हुआ है। मामले की जांच की जा रही है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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