सहारनपुर में मौलाना महमूद मदनी के हालिया बयान को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलचल बढ़ गई है। बजरंग दल से जुड़े हिंदू संगठनों ने इस बयान को आपत्तिजनक और भड़काऊ बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक विकास त्यागी और कपिल मोहड़ा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव और देवबंद निवासी मौलाना महमूद मदनी ने हाल ही में भोपाल में एक बयान दिया था। हिंदू संगठनों का दावा है कि यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और देश की शांति, सौहार्द तथा संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा पर सवाल उठाता है। संगठनों ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को लेकर की गई टिप्पणी से एक विशेष समुदाय को भड़काने और समाज में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास किया गया है, जो राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए गंभीर चुनौती है। हिंदू संगठनों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और मौलाना महमूद मदनी के खिलाफ विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी कार्रवाई से भविष्य में कोई भी व्यक्ति या संगठन इस तरह के बयान देने का साहस नहीं कर पाएगा। ज्ञापन में देवबंद क्षेत्र के करंजाली मार्ग पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा कराए जा रहे एक निर्माण कार्य पर भी सवाल उठाए गए हैं। संगठनों का आरोप है कि यह निर्माण बिना किसी वैध अनुमति और अनिवार्य सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा किए किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि न तो धारा-80 के तहत आबादी दर्ज कराई गई है और न ही किसी सक्षम विभाग से स्वीकृति ली गई है। इसके अतिरिक्त, संबंधित क्षेत्र में चकबंदी प्रक्रिया के कारण निर्माण कार्य पर पूर्ण प्रतिबंध है। ज्ञापन में यह आशंका भी व्यक्त की गई है कि इस निर्माण कार्य में हवाला या विदेशी धन का इस्तेमाल किया जा रहा हो सकता है, इसलिए इसकी उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है। ज्ञापन सौंपने वालों में सागर भारद्वाज, आर्यन शर्मा, विपुल त्यागी, पंकज रोहिला, शिवा त्यागी, अभिनव कौशिक, अनिल, शानू, आदित्य, अजय,अंतिश और शुभम सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे।
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