मेरठ-हापुड़ रोड स्थित नेशनल कैपिटल रीजन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NCR मेडिकल कॉलेज) के सर्वर-रिकॉर्ड रूम में अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट है। घटना के दौरान कमरे से धुआं उठता देख कर्मचारियों ने शोर मचाया और तत्काल प्रबंधन को सूचना दी। आग कुछ ही मिनटों में फैल गई, हालांकि संस्थान के कर्मचारियों ने अपने स्तर पर ही अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग पर काबू पा लिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटना की जानकारी न तो पुलिस को दी गई और न ही फायर ब्रिगेड को। प्रबंधन के अनुसार स्टाफ ने आग पर तत्काल नियंत्रण पा लिया, इसलिए सूचना देना आवश्यक नहीं समझा गया। पुलिस ने तहरीर लेने से किया इंकार कॉलेज में बने अस्पताल के प्रशासन हेड जोमेन ने खरखौदा थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि समय पर सूचना मिलने पर ही मौके का निरीक्षण कर नुकसान का सही आकलन संभव होता। अब जबकि आग पर पहले ही काबू पा लिया गया, तो नुकसान का अनुमान लगाना मुश्किल है। सीओ किठौर प्रमोद कुमार सिंह ने कहा घटना की कोई पूर्व जानकारी नहीं मिली। यदि रिकॉर्ड रूम में आग लगी है तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पूर्व एमएलसी व कॉलेज संस्थापक डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने कहा शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। क्या जलकर नष्ट हुआ, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। आग स्टाफ ने तुरंत बुझा दी। कुछ महीनों से चर्चाओं में बना है मेडिकल कॉलेज एनसीआर मेडिकल कॉलेज पहले से ही विवादों में रहा है। MBBS की 50 सीटें बढ़ाने के मामले में जालसाजी के आरोप के चलते इस वर्ष 1 जुलाई को CBI और 27 नवंबर को ED ने कॉलेज परिसर में छापा मारा था, जिसमें रिकॉर्ड रूम की ही गहन जांच हुई थी। प्रारंभिक जांच के बाद CBI ने कॉलेज की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. शिवानी अग्रवाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कॉलेज की संस्थापक डॉ. सरोजिनी अग्रवाल भाजपा की पूर्व एमएलसी हैं। इसी कारण रिकॉर्ड रूम में लगी आग को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं भी तेज हैं कि घटना संयोग थी या किसी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ के संदर्भ में हुई। कॉलेज में वर्तमान में MBBS की 150 सीटें स्वीकृत हैं।
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