महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में स्थित नरेंद्र छात्रावास के बाहर रविवार देर रात एक स्कॉर्पियो सवार युवकों का समूह अचानक वहां पहुंचा और खड़े दोपहिया वाहनों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। चंद मिनटों में ही हमलावरों ने कई मोटरसाइकिलों और स्कूटी को क्षतिग्रस्त कर दिया। उनके शीशे तोड़ दिए गए और वाहनों के तमाम हिस्सों को बुरी तरह नुक़सान पहुंचाया गया। आधी रात को हुई इस घटना से छात्रावास में दहशत का माहौल फैल गया। असामाजिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों से छात्र चिंतित छात्रों ने बताया कि देर रात अचानक जोर-जोर से टूटने की आवाजें आने लगीं। जब वे बाहर निकले तो देखा कि कुछ युवक अंधेरे का फायदा उठाकर वाहनों को निशाना बना रहे हैं। माहौल बिगड़ता देख छात्रावास में रहने वाले कई छात्र भयभीत होकर कमरों में ही बंद हो गए। उनका कहना है कि पहले भी परिसर में असामाजिक तत्वों की आवाजाही देखी गई है, लेकिन इस तरह की हिंसक घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। छात्रों ने आरोप लगाया कि परिसर में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जाती है। न तो सुरक्षा गार्डों की प्रभावी तैनाती है और न ही पुलिस की नियमित गश्त। इस वजह से बाहरी लोग बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं। जह घटना हुई उसके 50 मीटर की दूरी पर चौकी भी है। CCTV के आधार पर तलाश तेज घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज, स्कॉर्पियो के वाहन नंबर और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हमलावरों की पहचान की जा रही है। छात्रों ने किया सुरक्षा की मांग इस पूरे मामले में छात्रों ने प्रशासनिक भवन में पहुंचकर ज्ञापन दिया छात्रों ने डिमांड की है कि जिन बच्चों की गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है उसे ठीक कराया जाए हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया है कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। छात्रों ने चेतावनी दिए कि इस पूरे मामले में अगर कार्रवाई मजबूत नहीं होती है तो वह बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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