मऊ नगर पालिका में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के अधिकारियों, पालिका अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में कर्मचारियों के हितों और उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार की मंशा पर विस्तार से चर्चा की गई। पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल, ईएसआईसी के असिस्टेंट डायरेक्टर केश मुरारी और सामाजिक सुरक्षा अधिकारी राघवेंद्र तिवारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। ईएसआईसी के असिस्टेंट डायरेक्टर केश मुरारी ने ठेकेदारों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने सभी ठेकेदारों के लिए ईएसआईसी में पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया है। केश मुरारी ने बताया कि ठेकेदारों के ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही उनके फर्म में कार्यरत मजदूरों का भी पंजीकरण उन्हीं के माध्यम से होगा। इस पंजीकरण के आधार पर मजदूरों, कामगारों और कर्मचारियों को सरकार द्वारा विभिन्न सुविधाएं मिलेंगी। इन सुविधाओं में कर्मचारी और उनके परिवारजनों (पत्नी, बच्चे, माता-पिता) के लिए पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था प्रमुख है। बीमा होने पर बीमित व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्यों पर होने वाले खर्च की कोई सीमा नहीं है। ईएसआईसी डिस्पेंसरी, अस्पतालों और टाई-अप अस्पतालों के माध्यम से मुफ्त चिकित्सा उपचार, दवाइयां, डायग्नोस्टिक टेस्ट और विशेषज्ञों का परामर्श उपलब्ध होगा। इसमें आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, यूनानी और अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों से भी उपचार का लाभ शामिल है। पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने ठेकेदारों और कर्मचारियों के हितों पर जोर देते हुए कहा कि सरकार द्वारा ठेकेदारों के फर्मों का ईएसआईसी पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य किए जाने के कारण, पालिका अपनी अगली टेंडर प्रक्रिया में बदलाव करेगी। उन्होंने बताया कि अब केवल वही ठेकेदार टेंडर डालने के लिए पात्र माने जाएंगे, जिनका ईएसआईसी पोर्टल पर पंजीकरण होगा। यह कदम सरकार की मंशा के अनुरूप कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है।
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