‘बेटे की 11 फरवरी को शादी होनी थी, मगर सूदखोरों ने मेरे बेटे को इतना परेशान किया कि उसने खुद को गोली मार ली। वो बचेगा या नहीं, डॉक्टर ठीक से बता नहीं पा रहे। हम क्या करें…।’ आंखों के आंसू पोछते हुए पिता कुंवर पाल सिंह राठौर का गला भर आया। वो कहते हैं– उसकी कनपटी पर गोली लगी है, ICU में देखने गया, तो वो तड़प रहा था। वेंटिलेटर पर वो मौत से लड़ाई लड़ रहा है। मैं सिर्फ उसकी सलामती की दुआ कर सकता हूं। पिता कुंवर पाल सिंह आगे कहते हैं- मेरे 25 साल के बेटे राहुल को सूदखोरों ने बहुत परेशान किया है। 33 हजार सैलरी में से हर महीने 30 हजार रुपए तो ब्याज के वसूल लेते थे। मगर सूदखोर इतने पर भी संतुष्ट नहीं थे। उसको आते–जाते राह में परेशान करते थे। 12 लाख के लोन को चुकाने में मैंने भी मदद की। लेकिन वो लोग उसको परेशान करते रहे। बुधवार देर शाम को मैं खाना खा रहा था, तभी मेरे दूसरे बेटे का फोन आया। बोला– राहुल का फोन आया है, कह रहा था कि मैं बहुत परेशान हूं। तुम बजरंग पेट्रोल पंप पहुंच जाओ। जब तक मैं वहां पहुंचा तब तक मेरा बेटा, बेसुध जमीन पर पड़ा था। उसकी कनपटी में गोली लगी थी। खून ही खून बिखरा हुआ था। मेरे तो पैरों तले जमीन खिसक गई। मेरा जिगर का टुकड़ा मेरे सामने तड़प रहा था। हमने पूछा– उस दिन क्या हुआ था? वह कहते हैं– जब मैं शाहदरा क्षेत्र में बजरंग पेट्रोल पंप के पास पहुंचा, तो बेटे के एक हाथ में तमंचा लगा हुआ था। जमीन पर आसपास काफी खून बिखरा हुआ था। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए थे। उसे ट्रांसयमुना स्थित गोयल सिटी हॉस्पीटल में एडमिट कराया। डॉक्टर उसकी हालात नाजुक बता रहे हैं। पिछले 24 घंटे से अधिक समय से वह वेंटिलेटर पर है। पिता कहते हैं– हॉस्पिटल के बाहर एक-एक पल मुश्किल से कट रहा है, जब भी हॉस्पिटल स्टाफ का फोन आता है, तो दिल कांप जाता है। कुंवर पाल सिंह राठौर की रामबाग चौराहा पर पेटीज की दुकान है। राहुल राठौर एक फाइनेंस कंपनी में काम करता है। उसके पिता का कहना है-राहुल ने किसी सूदखोर से लगभग 12 लाख रुपया कर्ज लिया था। बेटे ने कभी उन्हें बताया नहीं, क्यों और किससे ये रकम ली है। मगर, जब वह परेशान रहने लगा तो परिजनों ने उससे परेशानी का कारण पूछा। तब उसने बताया कि उसने कर्ज लिया है और सूदखोर उसे परेशान कर रहे हैं। कुंवर पाल ने बताया- बेटे 4-5 दिन से बता रहा था, वह बहुत परेशान था। बोल रहा था, मुझे किसी को पेमेंट देना है। मैंने उससे कहा था, हम दे तो रहे हैं। इसको मैंने कुछ दिन पहले 2 लाख रुपये भी दिए थे। उसका कर्ज चुकाने के लिए हम और रकम जुटा रहे थे। मगर, सूदखोर उस पर लगातार दबाव बना रहे थे। वह कहते हैं– उसे कुछ लोग टॉर्चर कर रहे थे, मैं उनका पता लगा रहा हूं। जल्द ही उनके नाम भी खोल दूंगा। उनको चैन से नहीं बैठने दूंगा। पहले अपने बेटे का इलाज करा लूं। खुद को गोली मारने से पहले बड़े भाई को किया था फोन
राहुल राठौर बुधवार शाम लगभग 5 बजे घर से निकला था। इसके कुछ देर बाद उसने अपने बड़े भाई विवेक राठौर को फोन किया था। कांपती आवाज में कह रहा था-भैया, मैं बहुत परेशान हूं…लोकेशन भेज रहा हूं…आकर मुझे ले जाइए…मैं नहीं झेल पा रहा। इसके बाद फोन कट गया। इसके बाद विवेक ने अपने पिता कुंवर पाल सिंह को फोन कर इसकी जानकारी दी और खुद उस लोकेशन की चल दिया, जो राहुल ने भेजी थी। पिता-पुत्र जब घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक राहुल आत्मघाती कदम उठा चुका था। उसके आसपास भीड़ लगी थी। हालात नाजुक बनी हुई है राहुल राठौर की हालात नाजुक बनी हुई है। वह वेंटिलेटर पर है। चिकित्सकों का कहना है कि गोली उसके सिर में फंसी हुई है। गोली से सिर के अंदर हिस्सा बुरी तरह से डेमेज हो गया है। जिसकी वजह से उसकी हालात में सुधार होता नजर नहीं आ रहा। इधर, परिजनों बेटे को इस हालात में देखकर परेशान हैं। उनका रो-रो कर बुरा हाल है। शादी की तैयारियों पर फिरा पानी राहुल राठौर की शादी तय हो चुकी थी। 11 फरवरी को उसकी शादी होनी थी। इसके लिए घर में बारातियों की सूची तैयार हो रही थी। शॉपिंग भी शुरू हो चुकी थी। मगर, इस घटनाक्रम ने शादी की तैयारियों की खुशियों पर पानी फेर दिया।
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