बाराबंकी में साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में साइबर क्राइम थाना, साइबर सेल और देवा पुलिस की संयुक्त टीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिए ब्लैकमेलिंग और ऑनलाइन टास्क के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक सक्रिय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने उनके कब्जे से 3 लाख 60 हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान राजन सिंह (पुत्र तेज सिंह, निवासी मोहल्ला कचेहरान व कटरा, थाना देवा, बाराबंकी) और अनूप कुमार (पुत्र शत्रोहन लाल, निवासी अड़ौरा, थाना देवा) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्त एक संगठित और शातिर साइबर गैंग का हिस्सा हैं। यह गिरोह टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो कॉल व कंटेंट भेजकर पीड़ितों को ब्लैकमेल करता था। वे ‘वर्क फ्रॉम होम’, ‘ऑनलाइन टास्क’ और ‘निवेश कर पैसे कई गुना करने’ जैसी लुभावनी स्कीमें दिखाकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। पीड़ितों का विश्वास जीतने के बाद, वे उनके मोबाइल पर स्कैनर, वीपीए लिंक और फर्जी बैंक खाते की जानकारी भेजकर धनराशि ट्रांसफर करवा लेते थे। राजन सिंह ने अपने पिता का नाम बदलकर एयरटेल पेमेंट्स बैंक में एक फर्जी अकाउंट भी खोल रखा था, जिसका उपयोग धोखाधड़ी के लेन-देन के लिए किया जाता था। इस गिरोह के दो अन्य सदस्य, यशराज सिंह (पुत्र जैनेन्द्र सिंह) और सिद्धार्थ तिवारी (पुत्र संजय तिवारी, निवासी इस्माईलगंज, फैजाबाद रोड, लखनऊ) अभी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। उनके बैंक खातों और तकनीकी नेटवर्क की भी गहन जांच की जा रही है। बाराबंकी पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अज्ञात नंबरों से आने वाले वीडियो कॉल, अश्लील कंटेंट या संदिग्ध संदेशों से सावधान रहें। ‘घर बैठे नौकरी’, ‘ऑनलाइन टास्क’ या ‘पैसे दोगुना’ करने जैसे किसी भी लुभावने ऑफर से बचें। किसी भी साइबर धोखाधड़ी की सूचना तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज करें या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
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