बरेली में तलाक के मामले में जज ने महिला टीचर से कहा- अगर आपको परिवार के साथ नहीं रहना है तो शादी के बायोडाटा में साफ-साफ लिखिए कि ऐसा पति चाहिए, जिसका कोई न हो। फैमिली कोर्ट के अपर प्रधान न्यायाधीश ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने एक कारोबारी की तलाक की अर्जी मंजूर करते हुए यह टिप्पणी की। दरअसल, 2024 में बदायूं के रहने वाले शुभाशीष ने फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए याचिका दायर की थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं। सबूत देखे और पति-पत्नी को अलग रहने का फैसला सुनाया। इस दौरान एक अहम टिप्पणी की- जो लड़कियां शादी के बाद सिर्फ पति के साथ रहना चाहती हैं, वे अपने शादी के बायोडाटा में प्रेफरेंस को साफ लिखें कि उन्हें ऐसा जीवनसाथी चाहिए, जिसके घर में न माता-पिता हों और न भाई-बहन। वह परिवार की जिम्मेदारी से मुक्त हो। जॉइंट फैमिली को बोझ समझना, सामाजिक ताने-बाने के लिए परेशानी पैदा करने वाला चलन है। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… 5 पॉइंट्स में जानिए पति-पत्नी के बीच अनबन की वजह और दलीलें- कोर्ट ने तलाक मंजूर करते हुए क्या-क्या कहा… ……………… ये खबर भी पढ़िए- अफसरों से बोला-वादा करो घूस नहीं लोगे, वरना कूद जाऊंगा:मुरादाबाद में ऑफिस की बिल्डिंग पर चढ़ा युवक; 40 मिनट तक ड्रामा किया ‘वादा करो घूस नहीं मांगोगे। नहीं तो यहां से कूदकर जान दे दूंगा। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए 6 महीने से ऑफिस के चक्कर लगा रहा, लेकिन अफसर घूस मांग रहे हैं।’ ये बातें मुरादाबाद में डिप्टी लेबर कमिश्नर (DLC) ऑफिस बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चढ़े युवक ने चिल्लाते हुए कहीं। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे वह बिल्डिंग पर चढ़ गया। जोर-जोर से चिल्लाने लगा। आवाज सुनकर ऑफिस के कर्मचारी भागकर बाहर आए। उसे समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन युवक जिद पर अड़ा रहा। पढ़ें पूरी खबर…
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