जिले में मानकों के विपरीत संचालित पाए गए एक प्राइवेट आईटीआई पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की संस्तुति पर निदेशक प्रशिक्षण अभिषेक सिंह ने जरौली, कर्रही रोड स्थित मां वैष्णो प्राइवेट आईटीआई (कोड 3561) की मान्यता निरस्त कर दी है। शिकायतकर्ता ने डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि आईटीआई में न तो नियमित रूप से कक्षाएं संचालित होती हैं, न ही छात्रों को किसी प्रकार का प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाता है और न ही आवश्यक मशीनें एवं उपकरण उपलब्ध हैं। विद्युत कनेक्शन मार्च 2022 से कटा हुआ है, इसके बावजूद संस्थान का संचालन कागजों में दिखाया जा रहा है। शैक्षणिक सत्र 2025 में किसी भी छात्र का प्रवेश नहीं हुआ, फिर भी अंकपत्र जारी किए जाने की गंभीर आशंका जताई गई थी। स्थलीय जांच में बंद मिला संस्थान शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण राकेश कुमार मौर्य की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन कर मौके पर स्थलीय जांच कराई। जांच के दौरान संस्थान बंद पाया गया। वहां किसी भी प्रकार की मशीन, उपकरण या प्रशिक्षण से संबंधित संसाधन मौजूद नहीं थे, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि किसी भी ट्रेड में व्यावहारिक प्रशिक्षण संचालित होता है। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में शिकायत के सभी आरोपों को सही पाया। अन्य निजी आईटीआई की भी होगी जांच जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद डीएम ने निदेशक, प्रशिक्षण को पत्र भेजकर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की संस्तुति की। इसके क्रम में मां वैष्णो प्राइवेट आईटीआई की मान्यता औपचारिक रूप से निरस्त कर दी गई। प्रशासनिक स्तर पर यह भी संकेत दिए गए हैं कि जनपद में संचालित अन्य प्राइवेट आईटीआई की भी गहन समीक्षा की जाएगी और यदि कहीं भी मानकों का उल्लंघन पाया गया तो वहां भी इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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