गोंडा के बाल शिशु गृह में पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने अपनी पत्नी डॉ. तनवी जायसवाल और बेटी विनाया जायसवाल के साथ 65 बच्चों को गर्म कपड़े वितरित किए है। बढ़ती ठंड को देखते हुए लगभग 65 बच्चों को सर्दी से बचाव के लिए एसपी जायसवाल ने अपने पिता राधेश्याम जायसवाल (सेवानिवृत्त जेल अधीक्षक) और गोंडा के व्यापारियों के सहयोग से इन बच्चों को इनर, जूते, मोजे, लोअर, अपर जैकेट सहित सभी प्रकार के ऊनी कपड़े प्रदान किए है। इस दौरान फल भी बांटे गए है बाल गृह में नवजात शिशु से लेकर 17 वर्ष तक की आयु के बच्चे रहते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत में पुलिस अधीक्षक ने बच्चों से संवाद किया और उनके दैनिक जीवन, पढ़ाई, स्वास्थ्य तथा देखभाल से संबंधित जानकारी ली। उन्होंने दत्तक माताओं और कर्मचारियों को बच्चों की देखभाल, पोषण, स्वच्छता, सुरक्षा एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए है। अपने संबोधन में एसपी जायसवाल ने कहा कि अनाथ और परित्यक्त बच्चे समाज का सबसे कमजोर वर्ग हैं, जिनकी जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने जोर दिया कि पुलिस संगठन का कर्तव्य केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि मानवीय मूल्यों और सामाजिक सहयोग के माध्यम से ऐसे बच्चों के भविष्य को संवारना भी है। उन्होंने बताया कि गोंडा पुलिस समाज कल्याण के लिए समय-समय पर सेवा-आधारित गतिविधियां आयोजित करती रहती है। यह कार्यक्रम भी उसी का हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को ठंड से बचाना है। एसपी विनीत जायसवाल ने संस्थान के आवासीय कक्ष, भोजनालय, शिक्षण संसाधन और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, बिस्तरों की सफाई तथा दवाओं और पोषक आहार की स्थिति का औचक परीक्षण कर सुधारात्मक दिशा-निर्देश भी दिए। गर्म कपड़ों के वितरण के दौरान बच्चों में काफी उत्साह और खुशी देखी गई, जिससे कार्यक्रम का माहौल भावनात्मक और आनंदमय हो गया। इस अवसर पर वामा सारथी अध्यक्षा डॉ. तनवी जायसवाल, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर विवेक त्रिवेदी, प्रमुख व्यापारीगण, बाल गृह अधीक्षिका तथा समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
https://ift.tt/uZhMx7K
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply