बाराबंकी में समाजवादी पार्टी कार्यालय में शनिवार को मुलायम सिंह यादव की जयंती और पूर्व सांसद रामसेवक यादव की पुण्यतिथि पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज अहमद ने की, जबकि संचालन जिला महासचिव हिमांशु यादव ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ नेताजी मुलायम सिंह यादव और रामसेवक यादव के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने कहा कि मुलायम सिंह यादव गांव-गरीब की बुलंद आवाज थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘नेताजी जैसा न कोई हुआ है और न कोई होगा’। गोप ने बताया कि नेताजी हमेशा अपना जन्मदिन पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के बीच मनाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि 2027 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना ही नेताजी के सपनों को साकार करना होगा। अरविंद गोप ने स्वर्गीय रामसेवक यादव की जनसेवा और संघर्ष को कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि रामसेवक यादव पगडंडियों पर चलकर अंतिम घर तक जनता की आवाज बनते थे। सदर विधायक धर्मराज सिंह उर्फ सुरेश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें नेताजी से मिलने के अवसर भले ही कम मिले हों, लेकिन जब भी मुलाकात हुई, उन्होंने सिद्धांतों पर चलने और सबको जोड़कर चलने की सीख दी। पूर्व विधायक सरवर अली खाँ ने मुलायम सिंह यादव को मेहनती कार्यकर्ताओं का सम्मान करने वाला नेता बताया। उन्होंने कहा कि नेताजी उनकी निष्ठा को देखते हुए उन्हें संगठन में उच्च जिम्मेदारियाँ देते थे। जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज अहमद ने अपनी यादें साझा करते हुए बताया कि उनके पिता ने लंबे समय तक नेताजी के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि पिताजी की नसीहतें और नेताजी के विचार उन्हें संगठन चलाने और संघर्ष करने की प्रेरणा देते हैं। अहमद ने यह भी कहा कि नेताजी की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, लेकिन उनके बताए रास्ते पर चलकर ही समाजवादी विचारधारा को मजबूत किया जा सकता है।
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