बलिया नगर पालिका परिषद में पिछले छह दिनों से सफाई व्यवस्था ठप है, जिसके कारण शहर भर में कूड़े का अंबार लग गया है। इस समस्या को लेकर समाजसेवी सागर सिंह राहुल के नेतृत्व में लोगों ने चौक स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उमाशंकर सोनार की मूर्ति के पास “कूड़े का अंबार कब तक” बैनर तले धरना शुरू कर दिया है। शनिवार देर शाम सिटी मजिस्ट्रेट आसाराम वर्मा धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे लोगों को आश्वासन दिया कि रविवार से शहर की साफ-सफाई व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि वे तभी धरना समाप्त करेंगे जब तक कि शहर से कूड़ा हट नहीं जाता। दिन में शुरू हुआ यह धरना प्रदर्शन रात भर जारी रहा। समाजसेवी सागर सिंह राहुल ने आरोप लगाया कि नगर पालिका कर्मियों को वेतन नहीं मिलने के कारण वे हड़ताल पर हैं, जिससे आम जनता परेशान हो रही है। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान करने वाले अधिकारी ददरी मेले में नाच देखने में व्यस्त हैं। राहुल ने सवाल उठाया कि जब निरहुआ और आम्रपाली दुबे के नाच के लिए 19 से 20 लाख रुपए दिए जा सकते हैं, तो वही पैसा 200 से 250 कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए क्यों नहीं इस्तेमाल किया जा सकता। उन्होंने इसे अधिकारियों की तानाशाही बताया। अमित दुबे ने स्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसके कारण शहर में चारों ओर कूड़ा फैला हुआ है। उन्होंने बताया कि इससे व्यापारियों का व्यापार और आम जनता का चलना मुश्किल हो गया है, और सड़न व बदबू से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। दुबे ने चेतावनी दी कि यदि समस्या का तत्काल समाधान नहीं हुआ, तो वे सारा कूड़ा अधिकारियों के कार्यालयों और आवासों के सामने डालेंगे। इससे पहले, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह भी धरना स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया। हालांकि, कूड़ा हटने तक धरनारत लोग अपने धरने से हटने को तैयार नहीं हुए।
https://ift.tt/Ya0gKRW
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply