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बरेली कोर्ट में तौकीर रजा की पेशी आज:26 सितंबर को हुए बबाल का मास्टर माइंड है, 4 मुकदमों में जमानत मिल चुकी है

सुन्नी बरेलवियों की सबसे बड़ी दरगाह आला हजरत के नबीरे आला हजरत तौकीर रज़ा इन दिनों फतेहगढ़ जेल में बंद है। तौकीर को 4 मुकदमों में जमानत मिल गई है। जबकि अभी 6 मुकदमों में जमानत मिलना बाकी है। तौकीर रजा को 26 सितम्बर को बरेली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, तब से वो जेल में बंद है। वही तौकीर रजा की आज कोर्ट में पेशी है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आज उनकी सुनवाई होगी। आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर हुआ था बबाल
बरेली में 26 सितंबर को आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर तौकीर रजा ने प्रोटेस्ट बुलाया था। तौकीर ने लोगों से अपील की थी कि इस्लामिया ग्राउंड में बड़ी संख्या में सभी लोग पहुंचे। वही प्रशासन ने उन्हें प्रोटेस्ट की अनुमति नहीं दी थी। अनुमति नहीं मिलने के बाद भी तौकीर ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दी थी। तौकीर ने वीडियो जारी कर लोगो को उकसाने का काम किया था। उन्होंने कहा था कि अगर हमारे लोगों को इस्लामिया ग्राउंड आने से रोका गया तो इसका अंजाम बुरा होगा। जिसके बाद बरेली में काफी बबाल हुआ था। खलिल तिराहे के पास से हुई थी बबाल की शुरुआत
26 सितम्बर को इस्लामिया ग्राउंड के पास खलिल तिराहे से बबाल की शुरुआत हुई थी। वहां नमाज के बाद लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। पुलिस की ओर से लिखाए गए सभी 10 मुकदमों में कहा गया है कि तौकीर के उकसाने पर लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। जब पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो फायरिंग और पेट्रोल बम से हमला किया। गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इसमें 22 पुलिसकर्मी घायल हुए। 2010 जैसे दंगे की थी साजिश
बरेली पुलिस ने माना कि तौकीर रजा की बरेली को 2010 के दंगे की तरह आग में झोंकने की बहुत बड़ी साजिश थी। धरने में आए लोग हिंदू इलाकों में जाकर आगजनी और मारकाट करते लेकिन पुलिस ने सभी दंगाइयों को खदेड़ दिया था और तौकीर रजा समेत 87 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया था। 250 करोड़ की संपत्ति सील और जमींदोज
पुलिस ने न सिर्फ बरेली में दंगे की साजिश को नाकाम किया था बल्कि बरेली बबाल में शामिल लोगों के प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर चलाया तो करीब 250 करोड़ की संपत्ति सील की गई। इन संपत्तियों को किया गया जमींदोज शहर में दंगा कराने की थी बड़ी साजिश
तौकीर ने कहा था कि शहर का माहौल बिगाड़ना है। मुसलमानों को अपनी ताकत दिखानी है। इसके लिए पुलिस वालो की हत्या करनी पड़ेगी। पुलिसवालों की हत्या के बाद मुसलमानों की भीड़ हिंदुओं के इलाकों में घुस जाएगी। जिसके बाद हिंदुओं का कत्लेआम किया जायेगा। लूटपाट और आगजनी की जाएगी। लेकिन वक्त रहते पुलिस ने तौकीर के खतरनाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। पुलिस की ओर से किए गए थे 10 मुकदमे दर्ज
तौकीर रज़ा पर 26 सितंबर की हिंसा का मास्टरमाइंड होने का आरोप है। पुलिस ने अब तक 10 मुकदमे दर्ज किए हैं जिनमें हत्या की साजिश, भीड़ को उकसाने, पुलिस पर हमले और पेट्रोल बम फेंकने, लूटपाट करने, दंगा कराने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। जांच में उसके कई करीबी सहयोगियों के नाम भी सामने आए हैं। बरेली पुलिस अब तौकीर रज़ा पर NSA लगाने की तैयारी में है ताकि वह जल्द जेल से बाहर न आ सके। अब विस्तार से जानें सभी 10 मुकदमों के बारे में…. पहला मुकदमा, FIR नंबर: 0489, थाना कोतवाली
बरेली में 26 सितंबर को “आई लव मोहम्मद” पोस्टर विवाद को लेकर हुए बवाल के बाद शहर कोतवाली में पहला मुकदमा 26 सितंबर को रात 9:07 पर दर्ज किया गया था। कोतवाली थाने के इंस्पेक्टर अमित पांडेय ने आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा, उनकी पार्टी के नेता नदीम खान, फुजैल, फरमान रियाज, सरफराज, रिहान, तोहिद, मोहम्मद सरफराज, मुस्तकीम, मुनिफुद्दीन, जफरुद्दीन, मोहम्मद इमरोज, मोहम्मद शरीफ, इमाम कौनेन रजा, इमाम मुशर्रफ शेख, शमशेर रजा, अजीम अहमद, मोहम्मद ओवैस, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद साजिद, राहिल, समीर, मोहम्मद जीशान, फैसल, नदीम सकलैनी पार्षद काकर टोला और करीब 1700 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इन सभी के ऊपर बीएनएस की धारा 109/1, 109/2, 118/2, 121/1, 189/5, 191/2, 191/3, 195/1, 196/1, 196/2, 223, 310/2, 324/5, 324/6, 61/2, 62, 7, 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। मुसलमानों को अपनी ताकत पुलिस वालों की हत्या करके दिखानी है
इंस्पेक्टर अमित पांडेय की ओर से दर्ज मुकदमे में लिखा गया है कि आईएमसी के नदीम समेत 20-25 सफेदपोश नेताओं ने भीड़ को तेजी से उकसाना शुरू कर दिया। जोर-जोर से कहने लगे कि यह हमारे नबी की शान में गुस्ताखी करेंगे, तो क्या हम खड़े होकर तमाशा देखेंगे? हमारे मुस्लिम भाइयों पर झूठे मुकदमे लिखवाएंगे तो क्या हम चुप रहेंगे? हमारे लड़कों को जेल में डाल रहे हैं, इसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इतना सुनते ही भीड़ ने सरकार विरोधी नारों के साथ “गुस्ताखी नबी की एक सजा, सर तन से जुदा” जैसे उन्मादी और सामाजिक व धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाले नारे लगाने शुरू कर दिए। भीड़ को उकसाने वाले लोगों ने कहा इस्लामिया कॉलेज का ग्राउंड भर दो। तब भीड़ ने उत्तेजित होकर उकसाने वाले नेताओं की बात मानते हुए कहा कि आज अपना मकसद पूरा करेंगे। हजरत मौलाना तौकीर रजा साहब ने यह कहा था कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे इसमें हमें पुलिस वालों की हत्या भी करनी पड़े और मुसलमानों की ताकत दिखानी है। भीड़ ने पेट्रोल बम फेंके, पुलिस वालों पर फायरिंग की
26 सितंबर को खलील तिराहे पर आई भीड़ को पुलिस अधिकारियों द्वारा काफी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन भीड़ ने अधिकारियों की एक भी बात नहीं सुनी। भीड़ ने वहां लगे बैरियर तोड़ दिए। उत्तेजित भीड़ ने पुलिस कर्मियों से डंडे छीन लिए, पुलिस की वर्दी पर लगी बैज तोड़ दिए। भीड़ की तरफ से पुलिस बल पर जान से मारने की नीयत से अवैध असलहों से फायर किया जाने लगा। भीड़ में से कुछ लोगों ने पुलिस बल पर धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। कांच की बोतलों से पेट्रोल बम भी पुलिस वालों पर फेंके। उत्तेजित व सामाजिक और धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले नारे लगाते हुए ईंट-पत्थर, जूते-चप्पल फेंकने लगे। उत्तेजित भीड़ द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ पत्थरबाजी से पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें लगीं। पुलिसकर्मी घायल हो गए। आसपास खड़ी आम जनता की गाड़ियों के शीशे टूट गए। गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। भीड़ ने जीजीआईसी ऑडिटोरियम की बिल्डिंग के शीशे तोड़ दिए और बाउंड्री वॉल गिराने का प्रयास किया। मुख्य दरवाजे को क्षतिग्रस्त कर दिया। कुर्सी और अन्य सामान लूट लिया। वह एसपी सिटी मानुष पारीक के हमराह की एंटी राइट गन और वायरलेस सेट लूट कर ले गए। इस घटना से जनता में भगदड़ मच गई और लोग जूते-चप्पल छोड़कर भागने लगे। लोगों ने घरों की खिड़कियां और दरवाजे बंद कर लिए। इस घटना के कारण बाजार में दुकानों के शटर धड़ाधड़ बंद होने लगे। हर तरफ आपाधापी मच गई। पूरा बाजार बंद हो गया। इसके बाद पुलिस ने टियर गैस के गोले छोड़े और उत्तेजित भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज किया गया। जिस पर भीड़ रोड से तितर-बितर होकर गलियों में घुस गई और मकानों की छतों पर चढ़ गई। वहां से फिर से पुलिस पर पत्थर फेंकने लगी। दूसरा मुकदमा, FIR नंबर: 0490, थाना कोतवाली
ये मुकदमा भी शहर कोतवाली में दर्ज हुआ है। सिविल लाइंस चौकी प्रभारी कोमल ने तौकीर रजा और नदीम को नामजद करते हुए 150 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। एफआईआर में लिखा गया है कि नौमहला मस्जिद पर करीब 150 लोगों ने इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश की। जब पुलिस ने जाने से रोका तो पुलिस पर पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा और लाठीचार्ज किया। तीसरा मुकदमा, FIR नंबर: 0491, थाना कोतवाली
ये मुकदमा भी कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है। बिहारीपुर चौकी प्रभारी शिवम कुमार ने तौकीर रजा और नदीम को नामजद करते हुए 150 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एफआईआर में बताया गया है कि जिला पंचायत परिषद पर करीब 150 लोगों की भीड़ इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश करने लगी। पुलिस ने रोका तो भीड़ नारेबाजी करने लगी। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। चौथा मुकदमा, FIR नंबर: 0492, थाना कोतवाली
ये मुकदमा कोतवाली थाने में कुतुबखाना चौकी प्रभारी राजीव कुमार शर्मा की ओर से दर्ज कराया गया है। इसमें तौकीर रज़ा समेत 15 लोगों को नामजद करते हुए 450 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। 500 लोगों ने कुमार टॉकीज से इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया। पांचवां मुकदमा, FIR नंबर: 0493, थाना कोतवाली
ये मुकदमा मठ चौकी प्रभारी विक्रांत तोमर की ओर से कोतवाली थाने में दर्ज कराया गया। इसमें तौकीर रजा समेत 3 नामजद और 125 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। नावेल्टी चौराहे पर कोतवाली के सामने 125 लोगों की भीड़ मौजूद थी। भीड़ नारेबाजी करते हुए इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश कर रही थी। पुलिस ने रोका तो पथराव और फायरिंग कर दी। छठा मुकदमा, FIR नंबर: 1145, थाना बारादरी
बारादरी थाने के उप निरीक्षक अखिलेश उपाध्याय की ओर से उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मुकदमे में तौकीर रजा, आईएमसी पार्षद अनीस सकलैनी, साजिद सकलैनी, तहमीन, वसीम, अजीम, नदीम, अदनान, मोईन सिद्दीकी, फैजुल नबी, कलीम खान, मोबिन, नयाब उर्फ निम्मा, बबलू खान, दाऊद खान, अमन, अजमल रफी, फैजान, समनान, सम्मू खान समेत 150 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सैलानी मार्केट की तरफ लगभग 200 लोग नारेबाजी करते हुए इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश कर रहे थे। जब पुलिस ने रोका तो उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। पुलिस की वर्दी फाड़ दी। सातवां मुकदमा, FIR नंबर: 1146, थाना बारादरी
ये मुकदमा बारादरी थाने के इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय की ओर से दर्ज कराया गया। जिसमें तौकीर रजा समेत 28 नामजद और 250 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एफआईआर में लिखा गया है कि करीब 250 लोग आजाद इंटर कॉलेज की ओर से श्यामगंज चौराहे की तरफ आ गए और वहां से इस्लामिया ग्राउंड जाने का प्रयास किया। जब पुलिस ने रोका तो पुलिस पर फायरिंग की और पथराव किया। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आठवां मुकदमा, FIR नंबर: 0388, थाना प्रेमनगर
थाना प्रेमनगर में उप निरीक्षक प्रमोद कुमार की ओर से तौकीर रजा, अल्तमस, लक्की शाह उर्फ जुनैद, मुनीर इदरीशी, राशिद, मोहसिन समेत 24 नामजद और 200 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। नीम की मठिया के पास करीब 200 लोग मौजूद थे, जो इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश कर रहे थे। तभी पुलिस ने सभी को रोक दिया और पुलिस वालों के साथ धक्कामुक्की की और वर्दी फाड़ दी। नवां मुकदमा, FIR नंबर: 0528, थाना कैंट
कैंट थाने में उप निरीक्षक रोहित तोमर की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसमें 8 नामजद और 60 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एफआईआर में लिखा गया है कि कठपुला पुल के पास करीब 60 लोग इस्लामिया ग्राउंड की ओर जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो “सर तन से जुदा” के नारे लगाने लगे। पुलिस वालों के साथ धक्का-मुक्की की और उनकी वर्दी फाड़ दी। दसवां मुकदमा, FIR नंबर: 0401, थाना किला
ये मुकदमा थाना किला में दरोगा की ओर से दर्ज कराया गया है। इसमें 3 नामजद और 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि भीड़ इस्लामिया ग्राउंड जाने की तैयारी कर रही थी। जब पुलिस ने रोका तो भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। तौकीर के करीबी भी जेल में
बरेली में हुए बबाल के बाद पुलिस ने तौकीर के साथ-साथ उनके मददगारों और साजिशकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तौकीर की पार्टी IMC के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता डॉ नफीस, पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम, फरहत, मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीशी, अनीस सकलैनी, जिलाध्यक्ष साजिद समेत 87 लोगों को गिरफ्तार किया है।


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