गोरखपुर के गोलघर में स्थित चर्चित जमीन एक बाद फिर चर्चा में है। सैंथवार समाज के नेता रहे पूर्व विधायक स्व. केदार सिंह की प्रतिमा से जुड़ा विवाद सुलझाने में यहां के अधिकारी भी जुटे हैं। पिछले सप्ताह कमिश्नर आफिस में कमिश्नर अनिल ढींगरा व डीएम दीपक मीणा की उपस्थिति में इस मामले को लेकर पंचायत हुई है। पंचायत से निकलने के बाद पूर्व विधायक के छोटे बेटे डा. आशीष कुमार सिंह सैंथवार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर इसकी जानकारी सार्वजनिक की। उद्यमी की ओर से उन्हें थ्री बीएचके के दो फ्लैट और स्व. केदार सिंह की प्रतिमा के लिए 800 वर्ग फीट जमीन का आफर दिया गया है। लेकिन उन्हें कुछ नहीं चाहिए।
डा. आशीष ने बताया कि कमिश्नर आफिस में मीटिंग हुई है। आशीष के मुताबिक इस मीटिंग में उद्यमी ओम प्रकाश जालान, उनके पुत्र तनुज जालान, पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह, आशीष के दो भाई अजय व अजीत सिंह एवं चचेरे भाई राघवेंद्र सिंह मौजूद थे। आशीष ने फेसबुक पर पोस्ट किया है कि बैठक में उद्यमी की ओर से कहा गया कि वह थ्री बीएचके के दो फ्लैट दे देंगे। इसके साथ ही उन्होंने बाबूजी (स्व. केदार सिंह) की प्रतिमा के लिए 800 वर्ग फीट जमीन का आफर भी दिया है।
इस प्रस्ताव को लेकर अधिकारियों ने स्व. केदार सिंह के बेटों से उनकी सहमति भी जाननी चाही। डा. आशीष ने बताया कि उन्हें उद्यमी से कुछ नहीं चाहिए। वह उनका कुछ नहीं लेंगे। बस बाबूजी के सम्मान के लिए कुछ अच्छा करें। अब जानिए क्या है विवाद पार्क रोड पर स्थित नजूल की भूमि पर पूर्व विधायक स्व. केदारनाथ सिंह किराएदार के रूप में रहते थे। बाद में इस जमीन को अवधेश श्रीवास्तव एवं समीर अग्रवाल ने फ्री होल्ड करा लिया था। इसके विरोध में स्व. केदारनाथ सिंह कोर्ट चले गए थे। लेकिन बीच में ही उनकी मृत्यु हो गई। उसके बाद से उनके बड़े पुत्र अजय सिंह इस केस को देख रहे थे। यह मामला हाईकोर्ट से होता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। वर्ष 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने उद्यमी के पक्ष में इस जमीन को खाली करने का आदेश दिया।
इस आदेश के बाद जब आवास खाली करने की बात आयी तो काफी विरोध हुआ। उस जमीन पर स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा भी स्थापित है। सैंथवार समाज के लोगों ने कहा कि स्व. केदारनाथ सिंह उनके आराध्य हैं। वे प्रतिमा हटने नहीं देंगे। इसको लेकर प्रदर्शन भी किया गया।
लेकिन कोर्ट के आदेश के क्रम में स्व. केदार सिंह के परिवार ने जगह खाली कर दी। लेकिन प्रतिमा को लेकर विवाद बना रहा। उद्यमी की ओर से इस जमीन को कब्जे में ले लिया गया है। स्व. केदार सिंह की प्रतिमा को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए भाजपा के सैंथवार नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले का हल निकालने को कहा था। उसके बाद से ही कमिश्नर व डीएम की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच बात हुई। दो बार निरस्त हुआ सपा के प्रतिनिधि मंडल का दौरा
इस मामले में सपा की ओर से स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए दो बार उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल गठित किया। लेकिन कतिपय कारणों से आगमन के एक दिन पहले ही दोनों बार प्रतिनिधि मंडल का दौरा निरस्त हो गया। अब आशीष कुमार सिंह इस मामले में लगातार मुखर हैं।
https://ift.tt/lzWEkm8
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply