सीतापुर। फतेहपुर जनपद में SIR ड्यूटी के दौरान तैनात लेखपाल द्वारा प्रशासनिक अफसरों के दबाव में आत्महत्या किए जाने की घटना ने पूरे प्रदेश के राजस्व कार्मिकों में आक्रोश पैदा कर दिया है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले सीतापुर जिले के लेखपालों ने एक दिवसीय कार्य बहिष्कार कर मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज कर दी। जिले से लेकर सभी तहसीलों तक लेखपालों ने कार्य छोड़कर विरोध प्रदर्शन किया और फतेहपुर की बिन्दकी तहसील के एसडीएम तथा संबंधित कानूनगो पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। मालूम हो कि फतेहपुर के बिन्दकी तहसील क्षेत्र में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार ने शादी के मात्र चार दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी। परिजनों और साथी कर्मचारियों का आरोप है कि कार्यस्थल पर लगातार बढ़ते दबाव और उच्चाधिकारियों की प्रताड़ना से मानसिक तनाव बढ़ गया था, जिसके चलते सुधीर ने यह कदम उठाया। घटना के बाद से ही राजस्व विभाग के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। सीतापुर तहसील सदर में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान लेखपाल संघ के जिला एवं तहसील पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक जिम्मेदार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित नहीं होती, तब तक आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा। संघ के सचिव अंजनी कुमार ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा काम में अनावश्यक दबाव बनाया जाता है, जिसकी शिकायतें समय-समय पर संघ द्वारा उठाई जाती रही हैं, लेकिन प्रशासन ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया। लेखपालों ने कहा कि सुधीर कुमार की मौत केवल व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि सिस्टम की खामियों और दमनकारी रवैये का परिणाम है। उन्होंने मांग की कि मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता, नौकरी में अनुकंपा नियुक्ति तथा दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन के दौरान लेखपालों ने तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा और चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
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