प्रतापगढ़ के महेशगंज थाना क्षेत्र के बहोरिकपुर गांव निवासी चंद्रपाल पाल (58) की इलाज के दौरान मौत हो गई। वे 9 दिसंबर को खेत देखने की बात कहकर घर से निकले थे और लापता हो गए थे। तीन दिन बाद वे अपने खेत के पास झाड़ियों में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले थे। परिजनों ने पट्टीदारों पर हत्या का आरोप लगाया है। चंद्रपाल पाल 9 दिसंबर की सुबह घर से निकले थे, जिसके बाद परिजनों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। 12 दिसंबर को वे अपने खेत के पास झाड़ियों में घायल अवस्था में पाए गए। उन्हें तुरंत कुंडा स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां लगभग 24 घंटे बाद उनकी मृत्यु हो गई। मामले की सूचना महेशगंज पुलिस को दी गई, जिसने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मृतक के बेटे संदीप पाल ने आरोप लगाया है कि उनके पट्टीदारों ने उनके पिता का अपहरण कर मारपीट की और उन्हें घायल अवस्था में छोड़ दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। शनिवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। रविवार को जब शव घर पहुंचा, तो आक्रोशित परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर कुंडा-जेठवारा मार्ग स्थित बहोरिकपुर नहर पुल पर चक्का जाम करने की बात कही। सूचना पर थानाध्यक्ष राधेश्याम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर गंगा घाट रवाना हुए।
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