मिर्जापुर के चील्ह थाना क्षेत्र स्थित जयशंकर फिलिंग स्टेशन पर सोमवार को लूट की सूचना मिली थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। शुरुआती जांच में यह मामला लूट का नहीं, बल्कि तेल भरवाने और भुगतान को लेकर हुए विवाद में मारपीट का निकला। पुलिस के मुताबिक, पेट्रोल पंप के कर्मचारियों और कुछ व्यक्तियों के बीच तेल भरवाने के दौरान पैसे के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी। यह कहासुनी जल्द ही मारपीट में बदल गई। पुलिस ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वहां लूट जैसी कोई घटना नहीं हुई थी। आरोपियों में से एक का घर पेट्रोल पंप के ठीक सामने होने से यह आशंका और पुख्ता हुई कि विवाद भुगतान से संबंधित था, न कि किसी सुनियोजित लूट से। पीड़ित पक्ष से मिली तहरीर के आधार पर पुलिस ने ग्राम प्रधान सहित चार नामजद और सात अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश और घटना की विस्तृत जांच के लिए तीन विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया है। एसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि गठित टीमें लगातार सक्रिय हैं। पुलिस सभी पक्षों के बयान दर्ज कर रही है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पेट्रोल पंप मालिक तीर्थराज सिंह, जो महंगीपुर निवासी हैं, ने अपनी तहरीर में रंगदारी मांगने, मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मिश्रधाप गांव स्थित उनके जयशंकर ऑटोफिलिंग स्टेशन पर सोमवार दोपहर करीब 3 बजे करन प्रजापति नामक व्यक्ति बुलेट बाइक से पेट्रोल लेने आया था। मालिक के अनुसार, करन प्रजापति ने पंप कर्मचारियों से दुर्व्यवहार किया और पेट्रोल मांगा। कर्मचारियों द्वारा पेट्रोल देने से इनकार करने पर कुछ देर बाद मिश्रधाप गांव के प्रधान शशि मिलन यादव सहित कई अन्य लोग वहां पहुंचे और कर्मचारियों से मारपीट शुरू कर दी। पंप के बाहर शोर सुनकर मालिक तीर्थराज सिंह अपने केबिन से बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान इन लोगों ने ऑफिस के गेट का शीशा तोड़ दिया और उन्हें बाहर घसीटकर मारपीट की।
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