पीलीभीत में घुंघचाई पुलिस ने अवैध फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 59,500 रुपए नकद सहित बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। पुलिस ने गिरोह के सरगना अमृतपाल सिंह को हरीपुर, घुंघचाई क्षेत्र से दबोचा। उसके पास से 6 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 7 बैंक पासबुक, 3 चेकबुक, 5 फर्जी आधार कार्ड की फोटोकॉपी, 59,500 रुपए नकद, एक दुबई का सिम कार्ड और यूएई का पहचान पत्र बरामद किया गया। अमृतपाल की निशानदेही पर उसके दो साथियों धर्मेंद्र कुमार और प्रियांशु दीक्षित को भी गिरफ्तार कर लिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने बताया कि पूछताछ में अमृतपाल ने खुलासा किया कि वह 2024 में दुबई गया था। जहां उसने कॉल सेंटर में काम करना सीखा। भारत लौटने के बाद उसने अपने साथी के साथ मिलकर फर्जी कॉल सेंटर संचालित करना शुरू कर दिया। यह गिरोह एवियेटर और रम्मी जैसे गेमिंग ऐप्स के नाम पर लोगों को फोन करके उन्हें गेम खेलने को प्रेरित करता था। शुरुआत में पीड़ितों को बड़ी रकम जितवाकर उनके खाते में पैसा भेजा जाता था ताकि भरोसा जीता जा सके। इसके बाद उनकी बैंक डिटेल्स प्राप्त कर ली जाती थीं। फिर डार्क वेब से लिए गए अन्य व्यक्तियों के नंबरों पर संपर्क कर लालच देकर उनके बैंक खाते खाली कर दिए जाते थे। धर्मेंद्र कुमार निकाले गए पैसों में से 5 प्रतिशत कमीशन के लालच में अमृतपाल के लिए काम करता था। वह गरीब मजदूरों को सरकारी योजना का झांसा देकर उनके बैंक खाते उपलब्ध कराता था। जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी में किया जाता था। प्रियांशु दीक्षित ब्लैक में प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराता था। वह ग्राहक की आईडी पर दो बार अंगूठा और फोटो लेकर एक सिम ग्राहक को देता था। जबकि दूसरा सिम ब्लैक मार्केट में ऊंची कीमत पर बेच देता था।
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