गाजियाबाद की पाम कुंज सोसाइटी में सुरक्षा चिंताओं और बिल्डर की लापरवाही के खिलाफ निवासियों ने एक बार फिर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। यह विरोध प्रदर्शन सोसाइटी के मुख्य द्वार पर शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा है, जिसमें बच्चे, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं। निवासियों का आरोप है कि वे लंबे समय से सुरक्षा और रखरखाव से जुड़े गंभीर मुद्दों पर बिल्डर से शिकायत कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें हर बार केवल आश्वासन मिला और जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिसके कारण उन्हें सामूहिक विरोध प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा है। इससे पहले 9 दिसंबर को भी इसी मुद्दे पर प्रदर्शन हुआ था। उस समय पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में बिल्डर के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे थे और समस्याओं के समाधान के लिए शुक्रवार तक का समय मांगा था। निवासियों के अनुसार, निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बाद भी कोई काम नहीं किया गया। निवासियों ने कई गंभीर सुरक्षा चूकों की ओर ध्यान दिलाया है। उनका कहना है कि व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़े कर्मचारियों और ग्राहकों का प्रवेश केवल गेट नंबर तीन से होना चाहिए, लेकिन इस नियम का पालन नहीं हो रहा है। रात में सुरक्षा गार्डों की संख्या कम होती है और वे अक्सर अप्रशिक्षित पाए जाते हैं। आगंतुकों की उचित जांच नहीं होती और वाहनों के प्रवेश के लिए कोई ठोस प्रोटोकॉल नहीं है। हाल के दिनों में सोसाइटी में अनधिकृत प्रवेश और संदिग्ध गतिविधियों की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे निवासियों में भय का माहौल है। इसके अतिरिक्त, बिल्डर पर रखरखाव और सुरक्षा बुनियादी ढांचे को लेकर भी गंभीर आरोप हैं। निवासियों के अनुसार, वादे के मुताबिक सिक्योरिटी सिस्टम और एक्सेस कंट्रोल इंस्टॉलेशन पूरे नहीं किए गए हैं। फायर सेफ्टी उपकरण और पेरिमीटर लाइटिंग का भी समय पर रखरखाव नहीं हो रहा है। निवासियों ने स्पष्ट किया है कि यह प्रदर्शन किसी भी तरह से राजनीतिक नहीं है। उनकी मुख्य मांग जवाबदेही और त्वरित कार्रवाई की है। वे चाहते हैं कि सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल मजबूत किया जाए।
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