जिले में धान खरीद की धीमी गति और क्रय केंद्रों पर मनमानी के खिलाफ किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। किसान नौजवान संघर्ष मोर्चा के संयोजक संदीप मिश्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर व्यवस्था में सुधार की मांग की। किसानों ने आरोप लगाया कि खरीद केंद्रों पर छोटे और सीमांत किसानों की उपज खरीदने में जानबूझकर आनाकानी की जा रही है। बड़े किसानों की खरीद भी निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं हो रही है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पिछले साल प्रति बीघा 16 क्विंटल तक धान खरीदा गया था, लेकिन इस बार इसे घटाकर 10 क्विंटल कर दिया गया है, जिससे किसानों में रोष है। संदीप मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष जिले में धान की अच्छी पैदावार हुई है। ऐसे में खरीद सीमा घटाना किसानों के हितों के खिलाफ है। उन्होंने मांग की कि प्रति बीघा खरीद सीमा बढ़ाकर 20 क्विंटल की जाए ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। मोर्चा के सदस्यों ने यह भी बताया कि कई खरीद केंद्रों पर हाइब्रिड किस्म के धान की खरीद नहीं की जा रही है। किसानों का तर्क है कि हाइब्रिड धान की खेती बड़े पैमाने पर होती है, इसलिए इसकी खरीद रोकना अनुचित और मनमाना निर्णय है। उन्होंने जिलाधिकारी से सभी केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करने की मांग की, ताकि किसान किसी भी प्रजाति का धान लेकर आएं, उसकी तौल और खरीद सुनिश्चित हो सके। ज्ञापन सौंपने वालों में आकाश चौहान, सतृधन बिंद, संजय बियार, अनूप बिंद, विवेक जाटव, सर्वेश तिवारी, विजय बिंद, सूरज कुमार, भोलू गुप्ता, आशुतोष शर्मा, अमित, रोहित, धर्मेंद्र, विनय पासवान, अनीस और जितेंद्र सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे।
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