देवरिया जिले के ऊसरा बाजार इंडस्ट्रियल एरिया में सोमवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। मेसर्स राधिका जी मिल्क प्रोडक्ट एंड आइस फैक्ट्री पर छापेमारी कर भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य सामग्री जब्त की गई। इस कार्रवाई से मिलावटखोरी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। फैक्ट्री से 900 किलोग्राम मिलावटी पनीर, 90 किलोग्राम खोया, 10 हजार लीटर मिश्रित दूध, 2000 किलोग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर, 400 किलोग्राम हाइड्रोजन पराक्साइड, रिफाइंड पामोलिन ऑयल और सेफोलाइट बरामद किया गया। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की तहरीर पर सुरौली पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई का नेतृत्व सहायक आयुक्त खाद्य, कुशीनगर प्रदीप कुमार राय ने किया। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवरिया राजीव मिश्रा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुशीनगर योगेश कुमार राय, तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी राम यादव, धनश्याम वर्मा, राजू पाल, विजय कुमार और कन्हैया लाल शामिल थे। जांच में सामने आया कि कारखाने का संचालन मथुरा निवासी विजय कुमार सिंह कर रहा था, जो 15 मजदूरों की मदद से रोजाना बड़ी मात्रा में पनीर और खोया तैयार करवा रहा था। प्रतिष्ठान का लाइसेंस मथुरा के राया निवासी दरब सिंह के नाम पर है। देखें 7 तस्वीरें… फैक्ट्री परिसर में खड़े एक टैंकर (नंबर HP-38/H3628) में मौजूद 10 हजार लीटर मिश्रित दूध अलीगढ़ से लाया जा रहा था। इतनी दूर से दूध मंगवाना आर्थिक रूप से अव्यवहारिक माना जाता है, जिससे इसमें मिलावट का संदेह गहराता है। निरीक्षण के दौरान विजय कुमार ने स्वीकार किया कि दूध में स्किम्ड मिल्क पाउडर, रिफाइंड पामोलिन ऑयल, हाइड्रोजन पराक्साइड और सेफोलाइट मिलाकर पनीर और खोया तैयार किया जाता था। ये सभी रसायन मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं और खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत इनका उपयोग प्रतिबंधित है। टीम ने मौके से पनीर, खोया, मिश्रित दूध, स्किम्ड मिल्क पाउडर, रिफाइंड पामोलिन और हाइड्रोजन पराक्साइड सहित कुल 7 नमूने जांच के लिए संग्रहित किए हैं।
https://ift.tt/lfuBjwc
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply