बरेली हिंसा के मास्टरमाइंड तौकीर रजा के करीबी मोहम्मद आरिफ का करोड़ों का साम्राज्य मिट्टी में मिला दिया गया। आरिफ के दो मार्केट पर दो दिनों तक बुलडोजर गरजता रहा। जिसके बाद दोनों बिल्डिंग जमींदोज कर दी गईं। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने दोनों बिल्डिंगों को ध्वस्त कर दिया। बुलडोजर की कार्रवाई से बरेली में हिंसा करने वालों में हड़कंप मच गया है। सोमवार को भी BDA और नगर निगम का बुलडोजर गरज सकता है। पीटर इंग्लैंड शोरूम और सैलून था सुपर मार्केट में
रविवार को तौकीर रजा के करीबी मोहम्मद आरिफ के 3 मंजिला सुपर मार्केट पर साढ़े 6 घंटे तक बुलडोजर गरजता रहा। सुबह 10 बजे शुरू हुई कार्रवाई शाम साढ़े 5 बजे जाकर तब थमी जब सुपर मार्केट जमींदोज हो गया। इस मार्केट में दो फ्लोर पर पीटर इंग्लैंड का शोरूम था और एक फ्लोर पर सैलून था। शाम साढ़े 5 बजे तक चली कार्रवाई
शनिवार को भी इस मार्केट को पूरे दिन तोड़ा गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। जिसके बाद रविवार को सुबह 10 बजे से फिर पोकलैंड मशीन ने सुपर मार्केट को मिट्टी में मिलाना शुरू किया। जिसके बाद शाम साढ़े 5 बजे पूरा मार्केट भरभराकर गिर पड़ा। पूरे इलाके में धूल ही धूल हो गई। करीब आधा किलोमीटर तक हर तरफ धूल ही धूल छा गई। एकदम से अंधेरा सा छा गया। वहीं शनिवार को जगतपुर स्थित दो मंजिला मार्केट में बनी 16 दुकानों को भी जमींदोज कर दिया गया था। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान की गई बैरिकेडिंग
वहीं जब बिल्डिंग गिरने वाली थी उस दौरान पुलिस ने एक तरफ का रोड बंद कर दिया। दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई। जिस वजह से लंबा जाम भी लग गया। हालांकि पुलिसकर्मी लगाकर वाहनों को निकलवाते रहे। इस दौरान सुरक्षा के लिए बारादरी, कोतवाली और इज्जतनगर थाने की पुलिस के साथ-साथ पीएसी भी लगाई गई। नफीस के बारातघर पर भी चल चुका है बुलडोजर
बुलडोजर की कार्रवाई कोई नई नहीं है। इससे पहले तौकीर रजा की पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नफीस के बारातघर पर भी बुलडोजर चल चुका है। नफीस भी जेल की सलाखों के पीछे है। इसके अलावा उनके भतीजे के अवैध चार्जिंग स्टेशन पर भी बुलडोजर की कार्रवाई हो चुकी है। करीब 250 करोड़ की संपत्ति अभी तक सील की जा चुकी है। ये अधिकारी रहे मौजूद
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान BDA के अवर अभियंता संदीप कुमार, अजीत साहनी, सीताराम, सुरेंद्र द्विवेदी, सहायक अभियंता धर्मवीर सिंह, अधिशासी अभियंता योगेंद्र कुमार, विशेष कार्याधिकारी अजीत कुमार सिंह, संयुक्त सचिव दीपक कुमार के साथ-साथ मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी थर्ड पंकज श्रीवास्तव मौजूद रहे। 26 सितंबर के बरेली बवाल के बाद कसा जा रहा शिकंजा
बरेली में 26 सितंबर को तौकीर रजा ने आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर प्रोटेस्ट बुलाया था। जिला प्रशासन ने उस वक्त धारा 163 (पहले धारा 144) लगा रखी थी। जिस वजह से तौकीर रजा को धरना-प्रदर्शन करने की परमिशन नहीं दी गई थी। उन दिनों नवरात्रि चल रहे थे और शाहदाना बली दरगाह का उर्स भी चल रहा था। यही कारण था कि जिला प्रशासन ने धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन तौकीर रजा ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी थी कि धरना-प्रदर्शन हर हाल में होगा। और अगर हमारे लोगों को इस्लामिया ग्राउंड आने से रोका गया तो उसका अंजाम बुरा होगा। पुलिस पर फेंके पत्थर, पेट्रोल बम और की फायरिंग
वहीं जब तौकीर रजा के बुलावे पर आए लोगों को पुलिस ने इस्लामिया ग्राउंड जाने से रोका तो उन लोगों ने पुलिस पर पथराव और पेट्रोल बम फेंके। इतना ही नहीं पुलिस पर फायरिंग भी की गई। जिस वजह से 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिसके बाद तौकीर रजा के खिलाफ 5 थानों में अलग-अलग 10 मुकदमे दर्ज किए गए। तौकीर रजा समेत 87 गिरफ्तार
पुलिस ने 26 सितंबर को ही तौकीर रजा को गिरफ्तार कर फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया। तब से तौकीर रजा जेल में बंद है। उनके साथ-साथ उनकी पार्टी के ज्यादातर पदाधिकारी भी जेल में बंद हैं। बरेली पुलिस अब तक 87 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। कौन है तौकीर रजा
तौकीर रजा इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और दरगाह आला हजरत परिवार के सदस्य हैं। तौकीर रजा कई बार धरने-प्रदर्शन कर चुके हैं। उन पर 2010 में भी बरेली में दंगा कराने का आरोप है।
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