झांसी के सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक के साथ जनसुनवाई भी की। इस दौरान उनके सामने घरेलू हिंसा से जुड़े ही मामले आए। इससे पहले उन्होंने जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वहीं, मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूपी में 8-9 साल पहले महिलाओं के साथ ही पुरुषों का भी अपहरण हो जाता था। अब ऐसा नहीं होता। जनसुनवाई की दो तस्वीरें देखें… बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान का एक साल में झांसी का दूसरा दौरा है। दोपहर में झांसी पहुंचीं बबीता यादव सबसे पहले जिला महिला अस्पताल पहुंचीं। यहां उन्होंने प्रसूताओं से मुलाकात कर अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही उनके हाल ही में जन्मे बच्चों के लिए किट उपहार की। वह अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखकर काफी संतुष्ट रहीं। इसके बाद सर्किट हाउस पहुंच कर महिला आयोग की अध्यक्ष ने यहां महिलाओं को मिलने वालीं सरकारी सुविधाओं और उनके साथ होने वाले अपराधों पर कार्रवाई की समीक्षा बैठक की। हालांकि, बैठक में SIR प्रक्रिया चलने के चलते चंद अधिकारी ही पहुंचे। यहां महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने उन महिलाओं को भी बुलाया था, जिन्हें पुलिस और प्रशासन से अपेक्षित मदद नहीं मिल पा रही है। जनसुनवाई में आईं अधिकांश महिलाओं ने घरेलू विवाद की शिकायत की, जिस पर आयोग की अध्यक्ष ने सीओ लक्ष्मीकान्त गौतम से प्रभावी कार्रवाई करने की बात कही। महिला आयोग की अध्यक्ष बोलीं-सब ठीक है मीडिया से बात करते हुए उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने कहा कि आज महिलाओं को बुलाकर उनकी समस्याएं सुनीं हैं। कहा कि अभी एसआईआर का काम चल रहा है, जिसके चलते अधिकारी नहीं आ सके हैं। बोलीं कि सभी विभाग अच्छे से काम कर रहे हैं। कहा जिला अस्पताल में भी जो समस्या पहले थीं वह आज नहीं मिलीं। बोलीं कि सभी को मिलकर समाज के हित में काम करना चाहिए।
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