जौनपुर में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) निर्धारित समय सीमा से पहले काम पूरा करने के दबाव का सामना कर रहे हैं। उन्हें 4 दिसंबर तक यह कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। कई बीएलओ ने बताया कि वे प्रतिदिन 8 से 10 घंटे काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें लोगों का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। बीएलओ ने अपनी समस्याओं को साझा करते हुए बताया कि उन्हें अक्सर ऐसे अनजान क्षेत्रों में तैनात किया जाता है, जहाँ वे स्थानीय निवासियों से परिचित नहीं होते। इससे उन्हें परिवारों को एक साथ लाकर फॉर्म भरने में कठिनाई होती है। उनका कहना है कि केवल जागरूक लोग ही सहयोग कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग इस प्रक्रिया को ठीक से समझ नहीं पा रहे हैं। कंपोजिट विद्यालय नईगंज की बीएलओ किरण बाला ने बताया कि उन्हें घर-घर जाकर लोगों को समझाना पड़ रहा है। जब वे आधार कार्ड या अन्य जानकारी मांगती हैं, तो लोग उसकी आवश्यकता पूछकर जानकारी देने से कतराते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। ओलंदगंज की बीएलओ दीपा श्रीवास्तव ने भी ऐसी ही चुनौतियाँ बताईं। उन्होंने कहा कि वे सुबह 10 बजे घर से निकलती हैं और शाम 7-8 बजे तक काम करती हैं। उनके अनुसार, लोग अभी उतने जागरूक नहीं हैं और अक्सर दरवाजे नहीं खोलते, जिससे काम में बाधा आती है।
कई बार बीएलओ को बताया जाता है कि आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है या परिवार के सदस्य शादी में गए हैं, और उन्हें अगले दिन आने को कहा जाता है। दीपा श्रीवास्तव ने 4 दिसंबर की समय सीमा बढ़ाने का भी सुझाव दिया है, क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में काम पूरा करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि लोग चाहते हैं कि बीएलओ उनके घर आकर सारा काम करें, जिससे अधिकारियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है।
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