गोण्डा जिले में बीएलओ ड्यूटी पर तैनात जौनपुर निवासी शिक्षक बिपिन यादव का शव जब उनके जौनपुर स्थित पैतृक गांव पहुंचा तो पूरे इलाके में कोहराम मच गया। परिवारजन का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा हुआ है और ग्रामीणों में भी गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान पिता सुरेश यादव ने रोते हुए बताया- सोमवार शाम 7 बजे ही बेटे से फोन पर बात हुई थी। उसने बताया था कि एसडीएम तरबगंज और बीडीओ उसे प्रताड़ित कर रहे हें। मतदाता सूची संशोधन (SIR) में बैकवर्ड लोगों के नाम काटने और भाजपा समर्थित जरनल कैटेगरी के लोगों के नाम जोड़ने का दबाव बना रहे हैं। मना करने पर सस्पेंड करने, गिरफ्तारी कराने की धमकी दे रहे हैं। रात में बेटा फोन पर काफी रो रहा था। मैंने समझाया भी कि परेशान मत हो। सुबह 10 बजे पता चला कि उसने जहर खा लिया। वहीं पत्नी सीमा यादव ने बताया- 2-3 महीने से मेरे पति को एसडीएम-बीडीओ और लेखपाल काफी प्रताड़ित कर रहे थे। सर्वे के लिए भेजते। जो लोग आधार कार्ड नहीं देते, उनका नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़ने का दबाव बनाते। सैकड़ों लोगों की सूची थमा दी थी। जल्दी काम पूरा करने के लिए धमकाते थे। मैंने सोमवार को ही अपने भाई को फोन करके कहा था कि यहां आ जाओ और इनका काम पूरा करवा दो, ये बहुत परेशान हैं। सुबह 9 बजे अच्छे से खा-पीकर घर से निकले थे। ऑफिस पहुंचते ही जहर खा लिया। मेरे पास अस्पताल से फोन आया तो जानकारी हुई। पत्नी सीमा ने कहा- डीएम जो पारिवारिक तनाव की बात कह रही हैं, बिल्कुल सरासर गलत है। सारे अधिकारी मिले हुए हैं। मेरे पति को मिलकर मार डाला। 3 तस्वीरें देखिए… मालूम हो कि सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मल्हनी गांव के निवासी विपिन यादव गोण्डा जिले में सहायक अध्यापक पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी एसआईआर के लिए बीएलओ पर तैनात थे। मंगलवार को उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया, आरोप है कि वहां के एसडीएम, तसीलदार और बीडीओ उन पर पिछड़ी जातियों का वोट काटने का दबाव बना रहे थे। परिवार से मिलने के बाद अजय राय ने भाजपा सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि “एसआईआर के नाम पर पिछड़ी जातियों का वोट काटने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी अत्याचार, दबाव और तनाव के कारण शिक्षक आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। यह बेहद शर्मनाक है।” अजय राय ने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों और चुनाव आयोग की लापरवाही का खामियाजा कर्मचारी, शिक्षक और बीएलओ भुगत रहे हैं। उन्होंने मांग की कि घटना की निष्पक्ष जांच हो, जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और बीएलओ ड्यूटी में मनमाने दबाव को तुरंत रोका जाए। गांव में मौजूद मृतक के साले प्रतीक यादव ने भी बताया कि बीएलओ ड्यूटी के नाम पर अत्यधिक कार्यभार और दबाव के चलते शिक्षक बिपिन यादव दिनों से परेशान चल रहे थे। इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रमोद के सिंह, नगर अध्यक्ष आरिफ़ खान, जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह “डब्बू” विकेश उपाध्याय “विक्की”, पंकज सोनकर, शाहनवाज मंजूर, शिवेंद्र सिंह, ब्लाक अध्यक्ष अरविन्द यादव समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे। अजय राय बोले- डीएम भी मिली हुई हैं, सब पर हो हत्या की FIR कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी विपिन यादव के गांव पहुंचे। रोते हुए पिता को गले से लगाकर ढाढस बंधाया। परिवार को सांत्वना देते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में अजय राय ने कहा- बहुत ही दुखद घटना है। ये पूरी तरह से SIR के कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। खासकर बीएलओ पोस्ट के लोगों को भाजपा विरोधी लोगों का मतदाता सूची से नाम काटने का अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। साले ने मेरे सामने बोला कि विपिन पर एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल पर दबाव बनाया जा रहा था कि बैकवर्ड के नाम काटे जाएं और जनरल के बढ़ाए जाएं। ये बहुत दुखद बात है कि ये प्रदेश में तीसरी घटना है। मलिहाबाद में घटना हुई। फतेहपुर में एक लेखपाल की आज शादी है और उसने भी सुसाइड कर लिया। सरकार और चुनाव आयोग पूरी तरह से अत्याचार कर रहे हैं। विपिन यादव के मामले में आरोपी एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। पत्नी को विपिन के ही पद पर नौकरी मिला चाहिए। एक करोड़ रुपए की सरकारी सहायता राशि दी जाए। डीएम ने पत्नी पर ही संदेह की जो बात कही है और अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही हैं, वो बहुत अमानवीय बात है। पत्नी विधवा हो गई और छोटा सा बच्चा अनाथ हो गया। वे अधिकारी होकर न्याय तक नहीं कर रहीं। डीएम को तत्काल अपने बयान के लिए माफी मांगें, नहीं तो यही माना जाएगा कि डीएम खुद भी इस मामले में शामिल हैं, अधिकारियों को बचाने का काम कर रही हैं। डीए अब क्या परिवार की स्थिति के बारे में बोलने वाली कौन होती हैं? हकीकत जाननी है तो विपिन की पत्नी से बात कीजिए। जानिए क्या है पूरा मामला… गोंडा में मतदाता पुनरीक्षण कार्य (SIR) में लगे टीचर BLO विपिन यादव ने जहर खाकर जान दे दी। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे जहर खाने के बाद विपिन यादव को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। फिर वहां से लखनऊ के केजीएमयू रेफर कर दिया गया। वहां उनकी मौत हो गई। BLO विपिन यादव को गोंडा से एसडीएम सदर अशोक कुमार खुद लेकर लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। विपिन की हालत बेहद गंभीर थी। इसीलिए लखनऊ पहुंचने से पहले ही प्रशासनिक स्तर पर BLO के इलाज के लिए तैयारी दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए थे। स्वास्थ्य महकमे के भी कई अफसर ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए थे। इस बीच जब BLO विपिन यादव को ट्रॉमा सेंटर लाया गया, तो डॉक्टरों ने करीब आधे घंटे तक उनको रिवाइव करने की कोशिश की। बाद में डॉक्टरों ने ‘ब्रॉट डेट’ घोषित कर दिया। वहीं, टीचरों की नाराजगी को देखते हुए लखनऊ में KGMU के अंदर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। बाद में शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। विसरा सुरक्षित कर लिया गया। देर शाम परिवार वाले शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए। वहीं, मरने से पहले BLO विपिन यादव की पत्नी सीमा यादव ने एक वीडियो जारी किया। जिसमें BLO विपिन यादव ने तरबगंज SDM, नवाबगंज BDO और लेखपाल पर परेशान करने का आरोप लगाया। हालांकि, DM प्रियंका निरंजन ने इन आरोपों को गलत बताया था। तस्वीरें देखिए… BLO ने कहा- SDM-BDO से परेशान होकर जहर खाया
घटना के बाद सोशल मीडिया पर BLO का एक वीडियो सामने आया। इसमें आरोप लगाया कि मतदाता सूची पुनरीक्षण में तरबगंज SDM विश्वामित्र सिंह, नवाबगंज BDO रवि गुप्ता और लेखपाल जैतपुर राहुल अग्रहरि से परेशान होकर मैंने जहर खाया। वीडियो में BLO की पत्नी उनसे सवाल करते दिख रही। हालांकि इस वीडियो की पुष्टि दैनिक भास्कर नहीं करता। वीडियो सामने आने के बाद DM प्रियंका निरंजन ने दबाव का आरोप गलत बताया था। उनका कहना है कि BLO पारिवारिक समस्याओं की वजह से तनाव में थे। इसी कारण उन्होंने ये कदम उठाया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, BLO के पूरे शरीर में जहर फैल गया था। सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, इसके चलते सीपीआर दिया गया था। घटना जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर तरबगंज थाना क्षेत्र के जैतपुर माझा की है। यहां पढ़ें पूरी खबर अखिलेश ने 1.62 लाख BLO को लिखा लेटर, एकजुट होकर आवाज उठाओ, हम साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोएडा में टीचर के इस्तीफे के बाद प्रदेश के सभी 1.62 लाख BLO को एक खुला लेटर लिखा है। उन्होंने दैनिक भास्कर की खबर को X पर पोस्ट किया। अखिलेश ने लिखा- SIR का टारगेट देकर BLO के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। भाजपा राज ने तरह-तरह की प्रताड़ना और अशांति के सिवा किसी को कुछ नहीं दिया है। यहां पढ़ें पूरी खबर
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