मुरादाबाद। पुलिस और राज्य कर विभाग की संयुक्त टीम ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी करने वाले एक बड़े फर्जीवाड़ा गैंग का भंडाफोड़ किया है। एसओजी, सर्विलांस और संयुक्त आईटी टीम की कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी इम्तियाज मलिक और शाहजहांपुर निवासी इफ्तेखार आलम उर्फ दानिश कबाड़ी के रूप में हुई है। उनके पास से आठ एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। पुलिस लाइन सभागार में एसपी क्राइम ने बताया कि दोनों आरोपी लंबे समय से फर्जी रजिस्ट्रेशन आईडी, ई-वे बिल और इनवॉयस बनाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी कर रहे थे। जांच में पता चला कि आरोपियों ने दो फर्जी फर्में खड़ी कर रखी थीं, जिनके माध्यम से बड़ा कारोबार दिखाकर जीएसटी चोरी की जा रही थी। पूछताछ में इम्तियाज ने बताया कि वर्ष 2022 में उसका टायर और वॉशिंग मशीन का व्यवसाय बंद हो गया था। इसके बाद वह दिल्ली में सक्रिय ऐसे गिरोहों के संपर्क में आया जो पैसे लेकर फर्जी जीएसटी आईडी और ई-वे बिल उपलब्ध कराते हैं। इन्हीं के जरिए उसने लगभग छह करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की। दूसरा आरोपी इफ्तेखार फर्जी आईडी पर बने खातों का संचालन करता था और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराता था। दोनों मिलकर फर्जी दस्तावेजों का जाल तैयार कर नकली व्यापार का भ्रम पैदा कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने करीब चार से पांच करोड़ रुपये की अवैध कमाई की है। इस मामले में कई और लोगों की संलिप्तता की जांच जारी है, जिसमें दिल्ली स्थित कॉल सेंटर संचालकों की भूमिका भी सामने आ सकती है। यह पूरा फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ जब पिछले महीने राज्य कर विभाग ने दो ट्रकों को लोहे की आड़ में जीएसटी चोरी करते पकड़ा था। इस मामले में एके एंटरप्राइजेज के स्वामी अंकित कुमार द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था। विभाग की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने 860 करोड़ रुपये के टर्नओवर में लगभग 360 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की।
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