जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के सुसाइड को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं, जिस हालत में शव मिला, उससे किसी साजिश का अंदेशा जाहिर हो रहा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 9 एमएम की पिस्टल से प्वाइंट ब्लैंक से चली गोली सिर के आरपार हुई है। हालांकि, पुलिस अभी उस कारतूस की भी तलाश कर रही है। इधर, पत्नी माया राय ने पति की हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मेरे पति मानसिक रूप से बहुत मजबूत थे,वो सुसाइड नहीं कर सकते। मीनाक्षी इस कांड के बाद उनके आवास से भागी है, उसी ने हत्या की या करवाई है। हम आपको इंस्पेक्टर की मौत की इनसाइड स्टोरी पढ़वाते हैं… पहले दो विजुअल देखिए अब एक नजर में पूरा मामला पढ़िए जालौन में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने शुक्रवार की रात नौ बजे अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मार ली। बुलेट उनके सिर के आर-पार हो गई। वारदात से ठीक पहले महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा सीसीटीवी फुटेज में उनके आवास में जाती दिखी। 3 मिनट में ही गोली चलने के बाद वहां से निकलकर भागती नजर आई। वो लगातार किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी। इंस्पेक्टर के क्वार्टर से भागते हुए निकली महिला सिपाही ने चिल्लाकर थाने के सिपाहियों से कहा – साहब ने गोली मार ली है। इसके बाद वो मौके से फरार हो गई। वारदातस्थल पर पहुंचे जालौन एसपी दुर्गेश कुमार ने बताया था कि इंस्पेक्टर के गोली मारने की सूचना महिला सिपाही ने सबसे पहले दी थी। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही। उससे पूछताछ की जा रही है। भतीजा बोला– चाचा 1998 में सिपाही बने, ईमानदारी से नाम कमाया इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय, मूलरूप से संतकबीरनगर के रहने वाले थे। राय 1998 में यूपी पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे। उनके भतीजे प्रशांत राय ने बताया–मेरे चाचा ने मेहनत और ईमानदारी से विभाग में नाम कमाया। 2012 में उपनिरीक्षक पद पर विभागीय परीक्षा देकर प्रमोशन पाए थे और 2023 में इंस्पेक्टर बने थे। 2024 में जालौन ट्रांसफर के बाद उन्हें मीडिया सेल की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद कोंच कोतवाली, उरई कोतवाली में रहे। अच्छे काम को देखते हुए अगस्त 2025 में कुठौंद थाने की कमान सौंपी गई। विभाग में उनकी छवि एक मिलनसार, शांत स्वभाव और सख्त अधिकारी की थी। 2024 में करीब आई मीनाक्षी विभागीय सूत्रों के अनुसार, जुलाई 2024 में कोंच में तैनाती के दौरान महिला आरक्षी मीनाक्षी शर्मा, इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के संपर्क में आई। इसी दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ीं। लेकिन इसकी भनक विभाग के कर्मचारियों के अलावा किसी को नहीं लगी। कोंच से उरई ट्रांसफर होने के बाद भी मीनाक्षी का उरई इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के पास आना-जाना लगातार रहता था। जब उनका ट्रांसफर कुठौंद कर दिया गया, तो वहां पर भी मीनाक्षी का जाना लगा रहता था। ब्लैकमेल कर आईफोन और 3 लाख का हार लिया थाने में चर्चा है कि मीनाक्षी के पास इंस्पेक्टर के कुछ निजी वीडियो थे, जिनको लेकर वह उन्हें लगातार ब्लैकमेल करती थी। इसी ब्लैकमेलिंग से बचने के लिए उन्होंने पहले डेढ़ लाख का आईफोन और कुछ महीने पहले 3 लाख का डायमंड हार भी मीनाक्षी को दिलाया था। शादी में 25 लाख खर्च करने का दबाव बना रही थी बताया जा रहा है कि मीनाक्षी की शादी फिक्स हो गई थी। फरवरी 2026 में उसकी शादी होनी थी। विभागीय सूत्रों की मानें तो मीनाक्षी अपनी शादी का पूरा खर्च उठाने का दबाव इंस्पेक्टर पर बना रही थी। वह उनसे शादी में 25 लाख रुपए खर्च करने की डिमांड कर रही थी। कहा जा रहा कि इसके चलते इंस्पेक्टर काफी परेशान थे। आरोप है कि वो कहती थी कि शादी का पूरा खर्चा नहीं उठाया तो उनके निजी वीडियो पत्नी को भेज देगी। मीनाक्षी के पास तीन मोबाइल, 4 सिम मिले सर्विलांस टीम के अधिकारी के अनुसार, मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम, जबकि इंस्पेक्टर के पास तीन सिम मिले हैं। सभी का डेटा खंगाला जा रहा है। यह भी सामने आया है कि मीनाक्षी पिछले दस दिनों से ड्यूटी से गायब चल रही थी। कोई तीसरा संदिग्ध भी हो सकता है शामिल पुलिस, इंस्पेक्टर की मौत में सिपाही मीनाक्षी के अलावा किसी तीसरे व्यक्ति की भी भूमिका जांच कर रही है। बताया जा रहा कि वारदात से पहले मीनाक्षी किसी के साथ बाइक से आई थी। वारदात के बाद जब वो फरार हुई तो वह लगातार किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी। पुलिस का मानना है कि इस मामले में तीसरे व्यक्ति की भूमिका हो सकती है। बाइक वाले व्यक्ति का पता लगने के बाद कुछ और लीड मिल सकती है। 10 दिन से ड्यूटी से गायब थी मीनाक्षी जांच में पता चला कि मीनाक्षी पिछले 10 दिनों से ड्यूटी से गायब थी। उसके गायब रहने के कारण भी तलाशे जा रहे हैं। दोनों के कॉल रिकॉर्ड्स खंगाले जा रहे हैं। चैट बैकअप भी रिकवर किया जा रहा। इसके मिलने के बाद उम्मीद जताई जा रही कि इंस्पेक्टर केस की जांच को गति मिलेगी। क्या मीनाक्षी ने इंस्पेक्टर से पैसे वसूले? अगर लिए तो कितने? पुलिस इसकी भी साक्ष्य जुटाने में लगी है। सीओ ने इंस्पेक्टर की पत्नी को संभाला इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने अपने पति के शव को देखा हो उनकी चीख निकल पड़ी। जिसे देखते हुए उरई की सीओ अर्चना सिंह ने उनके आंसुओं को पोछा। उनको हिम्मत रखने के लिए कहा। कहती रहीं कि आगे का देखें, क्योंकि अगर पीछे मुड़कर देखोगी तो बच्चे की परवरिश सही से नहीं कर पाओगी। सीओ बोलीं- वह दूसरो को हिम्मत देता था सीओ अर्चना ने कहा – इंस्पेक्टर अरुण राय बहुत सुलझे हुए और हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति थे। वह मिलनसार थे। जब मैं कोंच सर्कल की सीओ थी, तब अरुण की पहली पोस्टिंग कोंच कोतवाली में हुई थी। अरुण ने कभी भी इस तरह की कोई भी बात का जिक्र नहीं किया। जब मैं उरई की सीओ बनी तो उस दौरान वह उरई कोतवाल रहे। तब भी इस तरह की कोई भी बात सामने नहीं आई। जो खुद दूसरों को हिम्मत देता हो, वह इस तरह का कदम उठा ले, ऐसा मैंने कभी नहीं सोचा था। संतकबीरनगर के लिए परिवार ले गया पार्थिव शरीर इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर संत कबीर नगर उनके गांव धनघटा तहसील के रजनौली ले जाया गया है। पत्नी माया राय की तहरीर पर मीनाक्षी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी डॉ दुर्गेश का कहना है- मामले की जांच चल रही है। बहुत जल्द पूरा खुलासा किया जाएगा। लेडी कॉन्स्टेबल पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस घटना जो भी शामिल है उसपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। —————- ये खबर भी पढ़ें केशव बोले- बाबरी मस्जिद बनी तो ढहा दी जाएगी:ओवैसी ने VIDEO शेयर किया, जब तक दुनिया रहेगी, बाबरी का जिक्र करेंगे आज (6 दिसंबर) पूरे यूपी में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। आज के दिन ही साल 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया था। इस बीच मिर्जापुर पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- अगर पश्चिम बंगाल में बाबरी के नाम पर मस्जिद बनी तो उसे उसी समय ढहा दिया जाएगा। बंगाल में 2026 में भाजपा आने वाली है। पूरी खबर पढ़ें
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