चंदौली के चकिया ब्लॉक के पहाड़ी क्षेत्र शिकारगंज में धान की पकी हुई फसल खेतों में जल जमाव के कारण बर्बाद हो रही है। इस समस्या से मिश्रपूरा, बोदलपुर, शिकारगंज, कल्याणीपुर, करवदिया कुसही, बलिया कला, बलिया खुर्द, गायघाट, डढ़ौना, नौडीहा और उसरा गांव के किसान प्रभावित हैं। फसल कटाई में देरी से रबी की बुवाई पर भी संकट मंडरा रहा है। वर्ष 2024 में 1.98 करोड़ रुपये की लागत से नौगढ़ की दो बंधियों और शिकारगंज क्षेत्र की भोका बंधी के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव पारित हुआ था। हालांकि, बंधी डिवीजन के अधिकारियों ने भोका बंधी के गेट नंबर 3 और गेट नंबर 4 की मरम्मत नहीं कराई। इसके परिणामस्वरूप उचेहरा रजवाहा और शिकारगंज रजवाहा दोनों में लगातार पानी बह रहा है, जिससे धान की फसल जल जमाव के कारण खराब हो रही है। शिकारगंज रजवाहा के टेल की सफाई के लिए किसान विकास मंच ने कलेक्ट्रेट चंदौली में आयोजित जिला किसान दिवस के अवसर पर बंधी डिवीजन के अधिकारियों से सवाल किया था। इसके बावजूद अधिकारियों ने सफाई नहीं कराई, जिससे रजवाहा का पानी आगे नहीं निकल पाया और नहर की पटरी तोड़कर खेतों में फैल गया। 19 नवंबर को फिर से जिला किसान दिवस में किसान विकास मंच के संगठन मंत्री राम अवध सिंह ने बंधी डिवीजन के अधिकारियों से इस संबंध में प्रश्न किया। तब सहायक अभियंता मनोज सिंह ने दावा किया कि जेसीबी सफाई के लिए लगाई गई है, जबकि मौके पर कोई जेसीबी नहीं थी। किसान विकास मंच ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि शिकारगंज की सिंचाई और निकासी की समस्या का समाधान नहीं होता है, तो किसान विकास मंच धरना प्रदर्शन करेगा। इस मुद्दे पर सरोज कुमार यादव, ईश्वरी शरण सिंह, असलम खान, अरविंद यादव, अजय यादव, उपेंद्र प्रकाश, रंजीत, भाईलाल, बाबूलाल, जय राम, दूधनाथ, शिवदयाल, बीरबल मौर्य, सुदामा, शैलेंद्र पटेल और रामचंद्र यादव सहित कई किसानों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
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