गोरखपुर में उद्यान विभाग के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में भव्य मंडलीय औद्यानिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यानिकी क्षेत्र में विभाग की उपलब्धियों को उजागर करना और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करना था। शहर और जिले भर के अधिकारी, विधायक और विशेषज्ञ इस अवसर पर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी की शुरूआत की। उन्होंने उद्यान विभाग की पिछली उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि विभाग ने हरित क्षेत्रों के विकास और सार्वजनिक उद्यानों के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने आगामी वर्षों में नई योजनाओं और तकनीकों के लागू होने की उम्मीद जताई। विधायकों- गणमान्य व्यक्तियों ने साझा किए अपने विचार कार्यक्रम में विधायक विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, मोहन वर्मा, शलभ मणि त्रिपाठी, प्रदीप शुक्ला और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उन्होंने विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में हरित विकास और आधुनिक उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा गोष्ठी के दौरान अधिकारियों ने पिछले 50 वर्षों में विभाग द्वारा की गई उपलब्धियों, विकसित की गई नई तकनीकों और आने वाले समय की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शहर में हरियाली बढ़ाने, सार्वजनिक उद्यानों को बेहतर बनाने और पर्यावरण संरक्षण में विभाग की सक्रिय भूमिका रही है। पर्यावरण संरक्षण में उद्यानिकी की भूमिका पर जोर विशेषज्ञों ने कहा कि गोष्ठी का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य स्थानीय विकास और पर्यावरण संरक्षण में उद्यानिकी की भूमिका को समझना और इसे और मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक हरित क्षेत्र विकसित करना, साफ-सुथरे और स्वच्छ सार्वजनिक उद्यान बनाना प्राथमिकता होनी चाहिए। कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों और विशेषज्ञों ने उद्यानिकी में नई तकनीकों, प्रशिक्षण और सहयोग के अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि विभाग की गतिविधियों में जनता और स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करना और ज्ञान साझा करना भी आवश्यक है।
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