कुशीनगर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से चोरी हुआ नवजात शिशु आखिरकार 30 घंटे बाद सुरक्षित बरामद कर लिया गया। पुलिस ने बच्चे को पड़रौना कोतवाली क्षेत्र के मनिकौरा गांव से खोज निकाला। बच्चे के सुरक्षित मिलने के बाद पिता प्रदीप चौधरी की आंखों में राहत के आंसू थे। उन्होंने पुलिस व प्रशासन का आभार जताया। नवजात की चोरी बुधवार दोपहर एसएनसीयू (SNCU) वार्ड से हुई थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी महिला की पहचान में जुटी थी।सोशल मीडिया पर मामला तेजी से उछला तो आरोपी माया देवी घबरा गई। उसने बच्चे को अपने घर छोड़कर फरार हो गई। इसकी जानकारी महिला की एक रिश्तेदार ने ग्राम प्रधान को दी। प्रधान ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और नवजात को सुरक्षित बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था फेल, CCTV बंद मिले घटना ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया। जिस SNCU वार्ड में नवजातों की सुरक्षा सबसे प्राथमिक होती है, उसी वार्ड के CCTV कैमरे पूरी तरह बंद मिले।जांच में पाया गया कि परिजनों का आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने बच्चे के गायब होने के बाद भी दो घंटे तक कोई जिम्मेदारी नहीं ली। पिता प्रमोद कुमार के बार-बार गिड़गिड़ाने के बाद खोजबीन शुरू की गई। स्वजन का आरोप- स्टाफ की मिलीभगत से गायब हुआ बच्चा मनिया छपरा गांव के प्रमोद कुमार ने बताया- मैं दो घंटे स्टाफ से हाथ जोड़कर विनती करता रहा, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। सबकी मिलीभगत से बच्चा गायब कराया गया है। प्रमोद ने बताया कि उनके यहां सात साल बाद बेटा पैदा हुआ था। जन्म के तुरंत बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे SNCU में भर्ती किया गया था, जहां से वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। नौ अस्पतालकर्मियों पर मुकदमा, मजिस्ट्रेट जांच जारी घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। देर रात नवजात के पिता प्रदीप की तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया, जिनमें शामिल हैं— जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के आदेश पर मजिस्ट्रेट जांच शुरू की गई है। अस्पताल प्रशासन ने भी 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की है। कौन है आरोपी माया? पति की मौत और मानसिक तनाव से टूटी महिला पुलिस जांच में सामने आया कि नवजात को चोरी करने वाली महिला का नाम माया देवी है। पुलिस का कहना है कि चोरी करने की वजह का आधिकारिक खुलासा गिरफ्तारी के बाद ही हो पाएगा। नतीजा : बच्चा सुरक्षित, लेकिन अस्पताल की लापरवाही कटघरे में नवजात के सुरक्षित मिलने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने राहत की सांस ली। लेकिन CCTV बंद होने, सुरक्षा चूक और स्टाफ की उदासीनता ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिता प्रदीप बोले- बच्चा मिल गया… इससे बड़ी खुशी क्या होगी। लेकिन ऐसी लापरवाही फिर किसी परिवार के साथ न हो।
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