गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM), कानपुर की पूर्व प्रिंसिपल डॉ. आरती लालचंदानी एक बार फिर विवादों में हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के तत्कालीन विभागाध्यक्ष डॉ. परवेज खान द्वारा वर्ष 2022 में दायर किए गए मानहानि के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिनय सिंह की अदालत ने डॉ. लालचंदानी को समन जारी करते हुए कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है। सोशल मीडिया पर छवि खराब करने का आरोप डॉ. परवेज खान का आरोप था कि प्रिंसिपल रहते हुए डॉ. लालचंदानी ने उन पर यह आरोप लगाए थे कि वह जूनियर डॉक्टरों से बिजली का बिल, मोबाइल जमा कराने और पास कराने के नाम पर पैसों की अवैध वसूली करते हैं। यही नहीं, उन्होंने इन आरोपों को सोशल मीडिया पर भी वायरल किया, जिससे मेरी छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा। इसी आधार पर डॉ. खान ने उनके खिलाफ क्रिमिनल डेफेमेशन कोर्ट में वाद दायर किया था। फिर मामला सुर्खियों में आया अदालत द्वारा समन जारी किए जाने की जानकारी सामने आने के बाद यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दूसरी ओर, इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. आरती लालचंदानी का कहना है कि उन्हें समन की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, न ही कोई इसकी जानकारी है। 2018 में किया था प्रिंसिपल पद पर ज्वॉइन गौरतलब है कि अक्टूबर 2018 से जून 2022 तक डॉ. लालचंदानी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल पद पर रहीं। कोरोना काल के दौरान उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित रूप से असंवेदनशील टिप्पणी किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। उसी विवाद के बाद उन्हें प्रिंसिपल पद से हटाकर लखनऊ के महानिदेशालय से संबद्ध कर दिया गया था। अब मानहानि के इस मामले में अदालत की कार्रवाई आगे बढ़ने के साथ ही चिकित्सा जगत में एक बार फिर चर्चा का दौर तेज हो गया है। सभी की निगाहें इस ओर टिकी हैं कि कोर्ट की अगली सुनवाई में इस मामले की दिशा क्या रहने वाली है और दोनों पक्ष कौन-से तथ्य अदालत में पेश करते हैं।
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