कानपुर। मोबाइल पर अश्लील सामग्री देखने का आरोप लगाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। गिरोह की लगातार मानसिक प्रताड़ना से आहत होकर खानपुर रोड निवासी अनुराज उर्फ दीपक कटियार ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। घटना के खुलासे की जानकारी पुलिस अधीक्षक ने शनिवार शाम कोतवाली में प्रेसवार्ता कर दी। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, 18 नवंबर को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि अनुराज पुत्र अवनींद्र कुमार ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। परिजनों ने बताया कि उसे कुछ दिनों से अज्ञात नंबरों से कॉल आ रही थीं। कॉल करने वाले खुद को साइबर क्राइम ब्रांच, लखनऊ का अधिकारी बताते थे। वे झूठा आरोप लगाते थे कि अनुराज के खिलाफ मोबाइल पर अश्लील सामग्री देखने का मुकदमा दर्ज हो गया है और पैसे देकर मामला निपटाने का दबाव बनाते थे। सामाजिक प्रतिष्ठा खराब होने के डर और लगातार मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर अनुराज ने जान दे दी। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। तकनीकी और मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर मिली मुखबिर की जानकारी पर पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और एक बाल अपचारी को अभिरक्षा में लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नरेंद्र सिंह पुत्र किशनपाल और लाल सिंह पुत्र नत्थू, दोनों निवासी मंगोलपुर, थाना गजनेर, कानपुर देहात के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे रैंडम नंबरों पर कॉल करते थे, खुद को पुलिस अधिकारी बताते थे और फर्जी आरोप लगाकर लोगों से वसूली करते थे। इस गिरोह के खिलाफ छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, मिर्जापुर, गोरखपुर, देवरिया सहित कई स्थानों में करीब 10 शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, तीन फर्जी पुलिस परिचय पत्र, 12,300 रुपए नकद, आरोपी लाल सिंह के दो पैन कार्ड (पिता के अलग-अलग नाम के साथ) बरामद किए हैं।
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