उन्नाव में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने और ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए गुरुवार को एक नई पहल की। पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने पुलिस लाइन से एक बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और नवगठित क्रिटिकल कॉरिडोर टीमों को सक्रिय करना है। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से जिले में 14 क्रिटिकल कॉरिडोर टीमें गठित की गई हैं। प्रत्येक टीम में एक सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शामिल हैं। इन टीमों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है और आधुनिक संसाधनों से लैस किया गया है, ताकि वे दुर्घटनास्थल पर त्वरित कार्रवाई कर सकें। इन टीमों को 10 नई दोपहिया गाड़ियां भी उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी। क्रिटिकल कॉरिडोर टीमों का प्राथमिक कार्य सड़क हादसे की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचना, घटनास्थल का निरीक्षण करना और आवश्यक कानूनी कार्रवाई करना है। इन टीमों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे सड़क पर जाम न लगने दें और ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी करें। जिले के व्यस्त चौराहों और हाईवे पर इनकी सक्रिय उपस्थिति से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने बताया कि पूरे भारत में 100 ऐसे जिले चिन्हित किए गए हैं जहाँ सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, और लक्ष्य इन्हें शून्य पर लाना है। उत्तर प्रदेश के 20 जिले इनमें शामिल हैं, जिनमें उन्नाव भी एक है। इसी अभियान के तहत 14 क्रिटिकल कॉरिडोर टीमें बनाई गई हैं, जिनमें प्रत्येक टीम में एक सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही तैनात रहेंगे। इनका काम है किसी भी दुर्घटना स्थल का निरीक्षण करना, विवेचना करना और सड़क पर कहीं जाम न लगने पाए, इसका ध्यान रखना। इसी उद्देश्य से आज इन्हें 10 दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए गए हैं।”बाइक रैली के जरिए पुलिस ने आम जनता को संदेश दिया कि सड़क सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है और नियमों का पालन कर दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। प्रशासन को उम्मीद है कि अभियान से जिले में हादसों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आएगी।
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