कानपुर जेल में बंद इंटरनेशनल ठग रवीन्द्र नाथ सोनी के खिलाफ शिकायतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। रोजाना अलग-अलग देशों से कानपुर पुलिस के पास पहुंचकर लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। सोमवार को भी पुलिस कमिश्नर के पास 8 से ज्यादा शिकायतें पहुंची हैं। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस को जांच में शातिर के दुबई स्थित ऑफिस का एक सीसीटीवी हाथ लगा है। इसमें शातिर नोटों की गडि्डयों को ट्राॅली बैग में रखकर ले जा रहा है। कोर्ट ने मामले की जांच कर रही पुलिस को छह दिन की रिमांड दी है। पुलिस अब ठग को मंगलवार से छह दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। ठगी की इतनी रकम कि ऑफिस, घर और गाड़ी में सिर्फ नोट ही नोट कानपुर पुलिस ने कोतवाली थाने में दर्ज 42 लाख की ठगी के मामले में दिल्ली निवासी इंटरनेशनल ठग रवीन्द्र नाथ सोनी को अरेस्ट करके जेल भेजा था। जेल भेजने के बाद सामने आया कि ये शातिर ठग है। इसके खिलाफ दुबई समेत कई देशों में एफआईआर दर्ज है और वांटेड चल रहा था। पुलिस ने जब जांच की तो सामने आया कि शातिर ने दुबई, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान समेत दुनिया के कई देशों के 700 से ज्यादा लोगों से 1500 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। मामले की जांच कर रही कानपुर पुलिस के हाथ में ठग के कई सीसीटीवी हाथ लगे हैं। इसमें शातिर ठग रवीन्द्र अपने दुबई स्थित ऑफिस का नोटो की गडि्डयां ट्रॉली बैग में रखते हुए सीसीटीवी सामने आया है। पुलिस की जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि उसने ऐसा नेटवर्क फैला लिया था कि उसकी दफ्तर से लेकर घर और गाड़ियों में कैश भरा रहता था। इन्वेस्टर्स की इतनी रकम आ गई थी कि उसके लिए ठिकाने लगाना मुश्किल हो गया था। सारी रकम को ठिकाने लगाने के बाद वह दुबई से गुपचुप भागकर दिल्ली पहुंच गया और फिर उत्तराखंड के देहरादून में छिपा था। पुलिस ने उसे 30 नवंबर को अरेस्ट करके जेल भेज दिया था। शातिर को जेल भेजने के बाद ऐसा खुलासा हुआ कि पुलिस अफसर भी दंग रह गए। इंडिया, अमेरिका, जापान, चीन, आस्ट्रेलिया समेत कई देशों में ठगी का शिकार हुए पीड़ित कानपुर पुलिस के पास पहुंचने लगे। पुलिस ने मामले में अब तक 4 एफआईआर दर्ज कर ली है। अन्य मामलों में भी पुलिस जल्द ही नए केस दर्ज करके जांच शुरू करेगी। कल से छह दिन की पुलिस रिमांड पर रहेगा ठग
डीसीपी ईस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि ठग को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन किया था। कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के बाद छह दिन की रिमांड स्वीकृत की है। 6 से 14 दिसंबर तक की रिमांड पर पुलिस उससे पूछताछ करके ठगी की रकम को कहां पर ठिकाने लगाया है…? गैंग में कौन-कौन शामिल है…? अब तक कुल कितने की ठगी की है…? इस तरह के सैकड़ों सवालों को लेकर पूछताछ करेगी। अब 17 दिसंबर को होगी बेल पर सुनवाई
शातिर ठग की बेल पर सोमवार को सीजेएम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 17 दिसंबर दी है। 17 दिसंबर को सुनवाई के दौरान बेल पर फैसला होगा। अगर जमानत मिल भी जाएगी तो शातिर जेल से बाहर नहीं आ सकेगा। शातिर के खिलाफ तीन अन्य मामले भी दर्ज हुए हैं। अन्य कई मुकदमें दर्ज होने के प्रोसेस में हैं। इन सभी मुकदमों में भी ठग का तमीला पुलिस करा देगी। इससे कि शातिर को जब तक इन सभी मुकदमों में जमानत नहीं मिल जाए वह जेल से बाहर नहीं आ सके। 20 कंपनियां, 22 बैंक अकाउंट और 8 डिजिटल क्रिप्टो का लेनदेन सामने आया
मालवीय नगर (दिल्ली) निवासी रविन्द्रनाथ सोनी द्वारा दुबई स्थित ब्लूचिप कंपनी के जरिए से भारत व अन्य देशों के निवेशकों से करोड़ों रुपये एकत्रित किए जाने की पुष्टि हुई है। दुबई से फरार होने उपरांत उक्त आरोपी को कानपुर नगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। अबतक की जांच में आरोपी के 22 भारतीय बैंक खातों, 8 डिजिटल क्रिप्टो लेन-देन तथा 20 कंपनियों से प्रत्यक्ष संबंध उजागर हुए हैं। प्रकरण से सम्बन्ध में प्राप्त अन्य शिकायतों की जांच प्रचलित है। साथ ही कुछ सेलिब्रिटी/प्रमोटरों द्वारा कंपनी के प्रचार-प्रसार में संलिप्तता संबंधी आरोपों की भी जांच की जा रही है। दुबई स्थित कार्यालय से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा के अवैध पैकेजिंग से संबंधित साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में समन्वय स्थापित कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। एडीसीपी ईस्ट अंजलि विश्वकर्मा की अध्यक्षता में गठित विशेष 6 सदस्यीय साइबर टीम द्वारा संपूर्ण डिजिटल ट्रेल, वित्तीय लेयरिंग एवं अन्तर्राष्ट्रीय लेनदेन की गहन जांच की जा रही है।
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