आजमगढ़ जिले के मंडलीय कारागार में बंद एक बंदी द्वारा जिला अस्पताल से इलाज के दौरान फरारी के मामले में लापरवाही बरतने ने के आरोप में दोनों बंदी रक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबित होने वाले बंदीरक्षकों में विनोद कुमार दुबे और गौसुल आलम प्रमुख है। इसके साथ ही इस मामले में जेलर अनिल कुमार पांडे की तहरीर पर कोतवाली में बंदी उदय कुमार उर्फ गुजराती के साथ ही विनोद कुमार दुबे और गौसुल आलम के विरुद्ध भी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आजमगढ़ जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने अस्पताल से फरार बंदी उदय के ऊपर ₹25000 का इनाम भी घोषित किया है। फरार बंदी की तलाश में जेल पुलिस जिले की पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। जिससे जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जा सके। जेल में बंद बंदी उदय उर्फ गुजराती पुत्र जसवंत गुजरात की अहमदाबाद के थाना ईसानगर का रहने वाला है। जबकि हाल पता आरोपी का गोरखपुर थाना का शाहपुर थाना क्षेत्र है। आरोपी पर महाराजगंज जिले में हत्या का मुकदमा दर्ज था। 6 दिसंबर को आजमगढ़ के मंडलीय अस्पताल में हुआ था भर्ती आजमगढ़ की जेल में गोरखपुर से हत्या के मुकदमे में प्रशासनिक आधार पर 6 सितंबर 2021 को ट्रांसफर होकर आया था। विगत 4 वर्षों से आजमगढ़ जेल में बंद था। हालांकि जेल में बंद कैदी का स्वास्थ्य खराब रहता था और उसे हर 15 दिन में अस्पताल ले जाना पड़ता था। 12 दिसंबर की सुबह 3:30 बजे जब वह शौच के लिए उठा। इसके बाद जेल पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। काफी देर तक जब कैदी नहीं मिला तो कैदी की सुरक्षा में लगाए गए दो जेल पुलिस के कर्मचारी तलाश में जुट गए। जब कहीं पता नहीं चला तो मामले की सूचना जेल प्रशासन को दी गई। सूचना मिलते ही जेल के आल्हा अधिकारी अस्पताल पहुंचे काफी तलाश के बाद भी जब बंदी का नहीं पता चला तो इस मामले में जिले के कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। जिले की कोतवाली पुलिस इस मामले की विवेचना भी शुरू कर दी है। पाइल्स की समस्या से पीड़ित है बंदी इस बारे में जेल के अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल से फरार बंदी उदय उर्फ गुजराती पाइल्स की समस्या से पीड़ित है और उसे 15 दिन में ब्लड की जरूरत पड़ती है। यही कारण है कि जेल से फरार हो गया।
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