आगरा में MBBS छात्र सिद्ध की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। देर रात शव कमला नगर के कर्मयोगी स्थित विमल वाटिका में विद्या निवास उनके घर पहुंचा था। जिसे देख सिद्ध की मां गश खाकर गिर गई। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार ताजगंज श्मशान घाट पर किया गया। बुधवार को सूर्य नगर समाधि पार्क मंदिर में शोक सभा आयोजित होगी। लेकिन उनके घर और मोहल्ले में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है। सिद्ध के घर का गेट अंदर से बंद था। लेकिन भास्कर की टीम की पड़ोसियों से बात हुई। उन्होंने बताया-सिद्ध बहुत होशियार लड़का था। वैश्य समाज ने पहली बार में ही 3900 वीं रैंक लाकर नीट क्वालीफाई करने पर आगरा में सम्मानित किया था। अब एक साल बाद डॉक्टर बन जाता। ये बताते-बताते पड़ोसी महिला की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा- हमारे सामने ही पैदा हुआ था, और आज हमारे सामने ही एक्सीडेंट में उसकी मौत हो गई। इन गलियों में ही दिन भर वो खेलता रहता था। कभी कोई कुछ पूछना होता तो वो घर के अंदर से ही आंटी-आंटी चिल्लाता रहता था। अब बस इस घर में और गलियों में उसकी याद रह गई है। बेटे सिद्ध की बहुत याद आएगी। और तुम्हारी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी। पूरा मामला पढ़े आगरा में सड़क हादसे में 2 MBBS छात्रों की मौत हो गई। दोनों बाइक से दोस्त के घर गए थे। वापस लौटते समय हादसा हो गया। फ्लाईओवर से उतरते समय तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकरा गई। आशंका है कि किसी वाहन की टक्कर की वजह से बाइक बेकाबू हुई। मृतकों की पहचान हरदोई के तनिष्क गर्ग (22) और कमला नगर (आगरा) के विमल वाटिका के रहने वाले सिद्ध अग्रवाल (22) के रूप में हुई। दोनों एसएन मेडिकल कॉलेज से MBBS थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने 2022 में एडमिशन लिया था। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों उछलकर 10 फीट दूर गिरे। दोनों के सिर डिवाइडर से टकरा गए। हेलमेट फट गया। दोनों सड़क पर खून से लथपथ पड़े रहे। दोनों करीब एक घंटे तक तड़पते रहे, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। फिर वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। यहां से उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही साथी छात्रों की भीड़ जमा हो गई। परिवार को भी बुलाया गया। मौके पर चीख-पुकार मच गई।
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