DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

NDA में बागी पूर्व मंत्री-विधायक पर एक्शन:नीतीश और मांझी ने 22 नेताओं को पार्टी से निकाला, ठुमका लगाने वाले श्याम बहादुर से भी किनारा

बिहार में चल रही चुनावी सरगर्मी के बीच NDA के घटक दलों जदयू और हम ने पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं को बाहर निकाला है। अब तक कुल 22 ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जदयू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 नेताओं को पार्टी से बाहर किया है। बाहर होने वाले में बड़े चेहरे भी शामिल हैं। ये कभी सीएम नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे। ठुमका लगाने को लेकर फेमस श्याम बहादुर को भी जदयू ने पार्टी से बाहर कर दिया है। पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और विधान परिषद तक को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। वहीं, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी ने भी अपने 11 नेताओं को पार्टी से बाहर किया है। जदयू ने इन बड़े चेहरों को किया बाहर 1.शैलेश कुमार- पूर्व मंत्री हैं। जमालपुर से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। नीतीश ने इन्हें ग्रामीण कार्य मंत्री की कुर्सी दी। कुशवाहा समाज से आने वाले शैलेश नीतीश के करीबी माने जाते रहे थे। विधानसभा चुनाव 2020 हार गए थे। 2025 में जदयू ने टिकट काट दिया तो निर्दलीय मैदान में उतर गए। 2.श्याम बहादुर सिंह- श्याम बहादुर चर्चा में रहने वाले पूर्व विधायक हैं। सीवान के बड़हरिया से जीतकर सदन पहुंचते थे। 2020 का चुनाव हार गए। पार्टी ने विधानसभा 2025 में टिकट काट दिया। यह अपने डांस को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। टिकट कटने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। 3. संजय प्रसाद- जदयू के पूर्व MLC हैं। जमूई के चकाई से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर चकाई सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए थे। तीसरे स्थान पर रहे। निर्दलीय प्रत्याशी सुमित सिंह ने जीत हासिल की थी। सुमित ने बाद में एनडीए को समर्थन दिया। उन्हें बिहार सरकार में मंत्री पद मिला। 2025 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने सुमित सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें चकाई विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के इस फैसले से नाराज होकर पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद ने पार्टी लाइन से हटकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया। 4.रणविजय सिंह- पूर्व एमएलसी हैं। भोजपुर के बड़हरिया से आते हैं। जदयू से टिकट नहीं मिलने पर चुनावी मैदान में निर्दलीय उतरे हैं। 2016 में जदयू के टिकट पर निर्विरोध एमएलसी बने थे। इसके बाद 2022 में विधायक कोटे से दुबारा चुने गए। 5.सुदर्शन कुमार- जदयू के विधायक रहे हैं। शेखपुरा जिला के बरबीघा से 2020 में जदयू के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। सुदर्शन पर विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान विरोधी खेमे में शामिल होने का आरोप लगा था। इसका असर रहा कि 2025 के चुनाव में जदयू ने टिकट काट दिया। इनका भी पत्ता साफ हुआ- जीतन राम मांझी ने 11 नेताओं को पार्टी से निकाला जदयू से एक दिन पहले पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा से 11 नेताओं को निकाल दिया है। इन नेताओं को 6 साल के लिए हटाया गया। हम के कई बड़े चेहरे हुए बाहर पार्टी की सफाई अभियान में बड़े पद पर मौजूद बड़े चेहरे हटा दिए गए। पार्टी के संगठन प्रभारी राजेश रंजन, राष्ट्रीय सचिव रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, राष्ट्रीय सचिव श्रवण भुईंया जैसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया। पार्टी विरोधी काम के आरोप में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता नंदलाल मांझी, प्रदेश महासचिव चंदन ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता शैलेश मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष सहकारिता प्रकोष्ठ शिवकुमार राम, जिला अध्यक्ष पूर्णिया राजेंद्र यादव, जिला अध्यक्ष मुजफ्फरपुर बैजू यादव, मंजू सरदार, बीके सिंह को हटाया गया है। ——————— ये खबर भी पढ़ें बिहार के बाहुबली कैंडिडेट में कौन सबसे धनबली?:अनंत सिंह सबसे आगे, मुन्ना शुक्ला की बेटी सबसे कर्जदार; सूरजभान की पत्नी के पास 1.50 करोड़ का सोना पटना के मोकामा विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह सिर्फ बाहुबली नहीं, बल्कि धनबली भी हैं। बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे सभी बाहुबलियों या उनके परिवार के लोगों द्वारा दिए गए हलफनामों को खंगालने से पता चला कि धनबल में सबसे आगे अनंत सिंह हैं। वह 37.88 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। पूरी खबर पढ़ें


https://ift.tt/2Lo4Kiy

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *